What Is ERP In Hindi,ईआरपि क्या है,यह क्यों इम्प्लीमेंट किया जाता है।

ERP का नाम अक्सर आप सुनते हैं,और अगर आप नहीं जानते ईआरपी क्या होता है,What is ERP in Hindi,और इसका क्या उपयोग है,तो इस पोस्ट में आप बिलकुल संक्षिप्त में ईआरपी से जुडी मुख्य जानकारियाँ पढ़ और समझ सकते हैं।

जिससे आपको इस का Concept और इसकी कार्यविधि की जानकारी मिल जाएगी।

ERP को समझने से पहले एक बार बिज़नेस की परंपरागत कार्यप्रणली की बात कर लेते हैं,आपने देखा होगा बिज़नेस में अलग अलग कार्यों के अनुसार विभाग बने होते हैं,जैसे परचेज स्टोर,HR,अकाउंट,प्रोडक्शन इत्यादि।

और हर एक डिपार्टमेंट का अपना एक अलग कार्य होता है,जिसमे कार्य सम्बन्धी विस्तृत जानकारी अधिकांश उसी डिपार्टमेंट तक सीमित रहती है,थता कार्यो को बनाए रखने के लिए भी अलग अलग software’s पर निर्भर रहना पड़ता है।तो इससे बिज़नेस में पूरी पारदर्शिता और योजना की कमी रहती है।

एक औसत बिज़नेस को तो ऐसे मैनेज किया जा सकता है,लेकिन यदि बिज़नेस का आकार बड़ा है,जिसमें कई प्रोडक्ट बनते हैं,अलग-अलग ब्रांच ऑफिस हैं और कार्यकर्ताओं की संख्या भी ज्यादा है,तो ऐसे बड़े बिज़नेस का प्रबंधन साधारण तरीकों से नहीं किया जा सकता।

तो एक बड़े बिज़नेस की पूरी कार्यप्रणाली को व्यवस्थित करने के लिए ERP का इस्तेमाल किया जाता है।

यह एक business management software होता है,जिससे पुरे बिज़नेस को एक ही सॉफ्टवेयर द्वारा manage वह control किया जाता है,और साथ ही बिज़नेस के कार्यों के अनुसार ERP को customize भी किया जा सकता है। तो आइये इसे समझते हैं।

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ERP क्या है (What is ERP in Hindi)

ERP का Full form है,Enterprise Resource Planning यानि एक बड़े आकार के बिज़नेस में,साधनो को कैसे योजना बद्ध तरीके से इस्तेमाल किया जाए।

ईआरपी द्वारा बिज़नेस की सभी प्रक्रियाओं जैसे finance,HR,Planning,Manufacturing maintenance,supply और accounts इत्यादि को एकीकृत करके एक सिस्टम बना दिया जाता है और सभी डिपार्टमेंट इक ही सॉफ्टवेयर पर कार्य करते हैं।

इस सॉफ्टवेयर में डिपार्टमेंट के अनुसार Modules बने होते हैं,अगर अकाउंट डिपार्टमेंट है तो उसके लिए अकाउंट से सम्बंधित module होगा और इसी तरह से HR,Manufacturing इत्यादि सभी के लिए अलग module बने होते हैं।

तो यह सभी module एक सॉफ्टवेयर यानि ERP में उपलब्ध रहते हैं,जिससे बिज़नेस का सारा कार्य Centralized रहता है।

और बिज़नेस में चल रहे कार्यों या आंकड़ों की जानकारी जुड़े हुए सभी लोगो को होती है,जैसे कितना प्रोडक्शन होना है,कितनी requirement है,कितने आर्डर मिले हैं और कितने पुरे हो गए हैं इत्यादि।

ERP शेयर्ड डेटाबेस का इस्तेमाल करता है यानि सभी modules एक डेटाबेस पर कार्य करते हैं, User अपने कंप्यूटर से ERP सॉफ्टवेयर के डैशबोर्ड पर अपने कार्य की जानकारी डालता है और वह जानकारी real time में ही सभी को उपलब्ध हो जाती है,जिससे कार्य सभी की नजर में रहता है और कार्य को तेजी भी प्रदान होती है।

ERP के कुछ मुख्य सॉफ्टवेयर जो अधिक इस्तेमाल किए जाते हैं वह इस प्रकार से हैं (Oracle ERP Suit ,SAP ERP ,Microsoft dynamics,Infor syteline) इत्यादि।

इसके साथ ही कई कम्पनियाँ अपने बिज़नेस के अनुसार अपना पर्सनल ERP solution भी डेवलप कराती हैं।

तो आप ये समझ सकते हैं की ERP implement करने से बिज़नेस में पारदर्शिता लाई जा सकती है,और बिज़नेस का सही प्रबंधन किया जा सकता है।

ERP के प्रकार (Types of ERP in Hindi)

ERP के तीन प्रकार होते हैं Cloud,Premise और Hybrid,आईए तीनो प्रकारों को समझते हैं।

Cloud ERP System :- इसमें ERP data center को अपनी कंपनी परिसर में ना लगाकर इंटरनेट पर उपलब्ध Cloud Computing platforms पर होस्ट किया जाता है,जिसके लिए monthly या yearly किराया देना पड़ता है और क्लाउड पर होने से, इसे इंटरनेट पर कभी भी और कही से भी खोला थता काम किया जा सकता है।

क्लाउड erp का इस्तेमाल कंपनी परिसर में लगाए जाने वाले ERP Server की तुलना में कम खर्चीला पड़ता है, यानि सॉफ्टवेयर के रख राखव का खर्चा बच जाता है,और ERP सॉफ्टवेयर लाइसेंस पर होने वाले खर्चो से भी बचा जा सकता है। ।

On Premise ERP System :- इसमें ERP data center को अपनी कंपनी परिसर में ही लगाया जाता है,यानि इसमें पूरी तरह से कंपनी की IT टीम का कंट्रोल रहता है और कंपनी परिसर में होने से किसी होस्टिंग कंपनी पर निर्भर नहीं होना पड़ता है।

इसमें डाटा की सुरक्षा बढ़ जाती है थता भविष्य में जरुरत पड़ने पर हाइब्रिड क्लाउड पर अपग्रेड किया जा सकता है।

Hybrid ERP System :- हाइब्रिड ईआरपी Cloud और premise erp दोनों का मेल है यानि इस सिस्टम को सेटअप करने पर ERP को premise और cloud दोनों पर इस्तेमाल किया जा सकता है,इसे two-tier ERP model भी कहा जाता है।

इसमें होने वाले खर्चे की बात की जाए तो Cloud और premise के बीच का स्थान आप इसे दे सकते हैं।

ERP इस्तेमाल करने के फायदे

:- बिज़नेस कार्यो में तेजी लाई जा सकती है।

:- रियल टाइम में डाटा पर होने वाले बदलाव को देखा जा सकता है।

:- बिज़नेस गतिविधियों की जानकारी सभी तक उपलब्ध होती है।

:- डाटा में डबल एंट्री या गलत जानकारी की गुंजाइश कम रहती है।

:- समय और लागत में काफी कमी लाई जा सकती है।

:- ERP के सभी module’s शेयर्ड डेटाबेस का इस्तेमाल करते हैं जिससे डुप्लीकेट रिकॉर्ड की गुंजाईश ना के बराबर रहती है।

:- बिज़नेस कार्यों में पूरी पारदर्शिता रहती है।

ERP इस्तेमाल करने के नुक्सान

:- इसके Implementation और देख-रेख में काफी अधिक खर्चा आ जाता है,जिसके लिए कंपनी को इसका बजट तैयार करना पड़ता है।

:- इसका इस्तेमाल जटिल होता है जिसके लिए सही स्टाफ का चुनाव और उन्हें तैयार करना पड़ता है ताकि सिस्टम कार्य कर सके।

:- पुराने इस्तेमाल कर रहे सॉफ्टवेयर का डाटा फिर से इसपर तैयार करना पड़ता है,और इसमें काफी समय लगता है।

:- बिज़नेस में पूरी तरह से इसके इस्तेमाल पर काफी अधिक समय लगता है,जिससे बिज़नेस प्रभावित हो सकता है।

अंतिम शब्द

दोस्तों उम्मीद है अब आपको जानकारी हो गयी होगी What is ERP in Hindi,ईआरपी क्या है। तो आपको यह जानकारी कैसे लगी कमेंट करके जरूर बताएं और अगर आपका मेरे लिए कोई सुझाव हैं तो उसे भी शेयर करें धन्यवाद।