Computer की खोज़ के बाद इससे जुड़ी कई नई चीजों की खोज़ होना भी शुरू हो गया था। इस क्रम में Computer को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए कई तरह के Software भी Market में आने शुरू हो गए। Computer का Use विभिन्न Field से Related कामो को करने के लिए तरह-तरह के Software भी बनाये जाने लगें ।
Computer में चलने वाला एक ऐसा ही बहुत Famous Software है Tally, जिसका Use अक्सर Banking Sector के कामों को करने के लिए किया जाता है।
इसीलिए आज के इस Article में हम आपको ना सिर्फ़ Tally का फुलफॉर्म बताने वाले हैं बल्कि इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बाते भी बताने वाले हैं।
Contents
Tally full form in Hindi – टैली
Tally का फुलफॉर्म – Transaction Allowed in a Linear Line Yards
Tally full form – ट्रांजेक्शन अलाउड इन अ लीनियर लाइन यार्ड्स
Tally Software का Use अक्सर बैंक में customers के लेन-देन के हिसाब का Data बनाने के लिए किया जाता है। Tally मुख्य रूप से एक Accounting का Software है। इस Software का Use बैंकों द्वारा Accounting संबंधी कामों को तेज़ी से तथा Accuracy के साथ करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही इस Software का Use अक्सर Office आदि के काम को करने के लिए किया जाता है।
टैली सॉफ्टवेयर किसने बनाया?
आपको बता दे कि Tally Software एक भारतीय कम्पनी Tally Solutions Pvt. Ltd. द्वारा बनाया जाता है। Tally Solutions Pvt.Ltd. एक MNC कंपनी है, तथा इसका Headquarter Bangalore में स्थित है।
हमने Tally के फुलफॉर्म तथा इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण Information को तो जान लिया अब आइये इसी क्रम में हम Tally की History के बारे में भी थोड़ा बहुत जान लेते हैं।
History of Tally-
दोस्तों Tally Solution Pvt. Ltd. की स्थापना सन 1986 में श्याम सुन्दर गोयन्का तथा उनके बेटे भरत गोयन्का द्वारा की गयी थी।
Tally की शुरुआत की कहानी काफ़ी रोचक है। Tally के संस्थापक श्री श्याम गोयन्का पहले एक व्यापारी हुआ करते थे जो कि Textile मिल को Raw Material तथा Machine आदि Supply किया करते थे। ऐसे में उन्हें सभी कम्पनियों को भेजे गए Raw Material तथा मशीनों का हिसाब-किताब रखने में काफ़ी परेशानी होती थी।
तब उन्होंने अपने 23 साल के बेटे भरत गोयन्का से एक ऐसा Computer Software बनाने की बात की जिससे वो ये सभी हिसाब आसानी से रख सके। भरत गोयन्का ने जब पहली बार ये Software बनाया था तब ये Accounting के सिर्फ़ Basic काम कर सकता था। उस समय इस सॉफ्टवेयर को MS – DOS के नाम से जाना जाता था।
इसके बाद साल 1988 में इस Software का नाम बदलकर Tally रख दिया गया। साल 1999 में इस Company ने अपना नाम बदलकर Tally Solutions रख लिया था। साल 2016 में Tally Solutions ने अपने 1 मिलियन User के आँकड़े को भी छू लिया।
साल 2016 में हमारे देश में GST लागू होने के बाद Tally को सरकार द्वारा ‘GST सुविधा प्रदाता’ के रूप में चुना गया। इसके बाद साल 2017 में Tally Solutions Pvt. Ltd. ने GST Updated Software को भी Launch किया।
टैली सॉफ्टवेयर के फायदे
Tally का काम business को मैनेज करने का होता है, टैली बिज़नेस को simplify कर काम कर आराम और effective तरीके से करने की सुविधा प्रदान करता है। टैली के कुछ खास काम नीचे बताए गए है।
- Accounting
- Payment – पेमेंट एंट्रीज के लिए।
- Receipt – Receipt एंट्रीज के लिए।
- Journal – उन इंट्रेस्ज़ के लिए जिन में payment नहीं हुई।
- Sales – Sales की entries का record रखने के लिए।
- Purchase – Purchase की बिलिंग बनाने के लिए।
- Ratio Analysis
- Reporting
- Banking
- Inventory
- Payroll
- Billing
Tally पोस्ट पर हमारी राय
हर सॉफ्टवेयर के अपने अलग अलग फायदे होते है। पर जिनको उन सॉफ्टवेयर की ज़रूरत होती व्ही उस सॉफ्टवेयर का असली अहमियत समझ सकते है।
टैली की असली ज़रूरत भी account बनाने वालो को पता है। ये इस्तेमाल करने में जितना आसान ज़रूरत के वक़्त उतना ही काम का भी है।
हमे ने इस पोस्ट में अपनी तरफ से TALLY full form in Hindi, इसके फायदे और टैली की शुरुआत की बात की है। अगर आपको और कुछ जानना है तो कमेंट ज़रूर करे।