PFMS Full Form in Hindi – PFMS क्या करता है?

हाल के कुछ सालों में PFMS शब्द काफी प्रचलन में आया हैं। ख़ासतौर से जब से भारत के डिजिटलीकरण होने की शुरुआत हुई है। लेकिन अभी भी बहुत से लोगो के पास PFMS से जुड़ी ज्यादा जानकारी नहीं होती है।

इसलिए आज के इस Post में हम आपको PFMS से जुड़ी सारी जानकारी देने वाले हैं।

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PFMS full form in Hindi

PFMS का फुलफॉर्म – Public Financial Management System

PFMS in Hindi – पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम

PFMS क्या है?

दरअसल PFMS एक ऐसा System है जिससे कि सरकार द्वारा दी जाने वाली किसी सब्सिडी या फ़िर अन्य धन लाभ को directly लाभार्थी के Bank Account में डाला जाता है।

Indian Government द्वारा शुरू किए गए इस System की वाक़ई में तारीफ़ करनी होगी क्योंकि इससे ना सिर्फ़ भ्र्ष्टाचार को लगाम लगी है. बल्कि इसके साथ ही बहुत कम समय मे लाभार्थियों के खाते में सरकार द्वारा दिये जाने वाले आर्थिक लाभ को पहुँचाने में मदद मिली है।

दरअसल PFMS एक Automatic System होता है, जिसमें बिना किसी के दख़ल के मात्र एक ही Click से लाखों करोड़ों लोगों के Bank Account में एक साथ ही पैसा पहुँचा दिया जाता है।

जानिए कब शुरू हुई PFMS योजना?

PFMS की शुरुआत भारत सरकार द्वारा साल 2016 में की गयी थी। PFMS की शुरुआत भारत सरकार के Finance Ministry द्वारा Planning Commission के साथ मिलकर की गयी थी।

इसके शुरुआत से भारत के Finance Ministry, Planning Commission दोनों को ही अपना काम करने में काफ़ी सहूलियत मिली।
PFMS System के आने के पहले भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले योजना के धन लाभ या सब्सिडी को ‘DBT’ के तहत लाभार्थियों के खातें में डाला जाता है। DBT को Direct Benefit Transfer भी कहते हैं। DBT की शुरुआत 1 जनवरी 2013 को गयी थी।

इसे शुरू करने का भी उद्देश्य यही था कि सब्सिडी के सभी लाभार्थियों को इसका लाभ सीधे उनके Bank Account में पैसा भेजकर पहुँचाया जाए, ताकि आम जनता को धन लाभ मिलने में कोई तकलीफ ना हो।

पहले PFMS को CPSMS के नाम से जाना जाता था। CPSMS को ‘ Central Plan Scheme Monitoring System’ कहा जाता है। लेकिन साल 2016 से अब तक PFMS सिस्टम के द्वारा ही भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली सभी योजना का धन लाभ DBT के तहत लोगो के Bank Account में सीधें ही पहुँचाया जाता है।

कैसे काम करता है PFMS?

PFMS एक प्रकार का Software है। इस Software में Government को पूरे भारत के लोगो का Data Update करना पड़ता है। इस काम को भारत का Planning Commission यानी कि ‘नीति आयोग’ करता है।

PFMS के Software में भारत के लगभग सभी व्यक्तियों के Bank Detail, Identity Detail आदि भी Upload रहता है।

जब सरकार द्वारा किसी योजना या सब्सिडी का धन लाभ लोगों के खाते में पहुँचाना होता है तो उसके लिए सबसे पहले सरकार के नीति आयोग द्वारा Beneficiary यानी कि लाभार्थियों की सूची बनाई जाती है। अब इन सभी लाभार्थियों के Bank Detail की List निकालकर एक साथ सभी के खातें में लाभ का पैसा डाल दिया जाता है।

अब यहाँ पर सवाल ये उठता है कि आख़िर सरकार के पास हमारे Bank का Detail कैसे पहुँचता है?

दरअसल पिछले कुछ सालो से आपने सुना होगा की Government द्वारा लोगो को अपने ADHAR से बैंक खाते को Link करवाने के लिए काफ़ी ज़ोर दिया जा रहा है। हम आशा करते हैं कि आप सभी ने अब तक अपने ADHAR और PAN कार्ड को अपने Bank Account से Link करा भी लिया होगा।

इसी ADHAR कार्ड को Bank खाते से Link कराने के कारण ही आपके Bank Account का Detail भारत सरकार के पास होता है। अब जब भी कोई योजना या सब्सिडी का लाभ लेना होता है तो उसके लिए हमारे पास ADHAR कार्ड होना आवश्यक होता है।

अब जब हम अपना ADHAR Number किसी योजना या सब्सिडी का लाभ लेने के लिए देते हैं तो Automatic हमारे Bank का Detail सरकार के पास चला जाता है। ऐसे में जब हम उस सब्सिडी के हक़दार होते हैं तो Direct ही PFMS System द्वारा हमारे Bank Account में पैसा भेज दिया जाता है।

वर्तमान समय मे Indian Government द्वारा दी जाने वाली लगभग सभी सब्सिडी PFMS System द्वारा ही लोगों के खातें में पहुँचाया जाता है। इसी क्रम में आइये ये भी जान लेते हैं कि सरकार द्वारा किन-किन सब्सिडी को Direct ही PFMS द्वारा लोगो के खाते में पहुँचाया जाता है।

PFMS System द्वारा भेजी जाने वाली सब्सिडी?

Indian Government द्वारा दी जाने वाली सभी योजना तथा सब्सिडी का लाभ PFMS द्वारा ही सीधे लोगों के Bank Account खाते में भेजी जाती है। जैसे कि-

  • प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ
  • सरकार द्वारा दी जाने वाली गैस सिलेंडर पर सब्सिडी
  • वृद्धा पेंशन योजना का पैसा
  • किसान को दिए जाने वाले कर्जमाफी के पैसे।
  • Student को दी जाने वाली Scholarship
  • MNREGA में काम करने वाले मजदूरों का पैसा।

इसके साथ ही समय समय पर सरकार द्वारा चलायी जाने वाली सभी योजनाओं के धनलाभ को भी PFMS द्वारा ही लोगो के Bank खाते में पहुँचाया जाता है।

PFMS System के फ़ायदे?

PFMS System की शुरुआत से कई तरह की समस्याओं का समाधान हुआ है। PFMS System से ना सिर्फ़ भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है बल्कि आम जनता को भी इससे काफ़ी लाभ पहुँचा है। इसी क्रम में आइये थोड़ा नज़र डालते हैं PFMS System की बदौलत लोगों को मिलने वाले फ़ायदे पर-

  1. PFMS एक E-Payment System है जो कि पूरी तरह Computer Software और Internet की मदद से काम करता है। अतः इसमें कोई व्यक्ति छेड़छाड़ नहीं कर सकता है।
  2. DBT के तहत होने वाले Money Transfer सीधे ही Beneficiary के Bank Account में जाता है, ऐसे में उन्हें अपने पैसे के लिए किसी पर आश्रित नहीं होना पड़ता है।
  3. PFMS System के पहले सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं के लाभ के पैसे Manual तरीके से लोगो को दिए जाते थे, जिसमें भारी मात्रा में धांधली होती थी, और लोगो को सब्सिडी का पूरा लाभ नहीं मिल पाता था।
  4. MNREGA में काम करने वाले लोगो को जो कि कम पढ़े लिखें होते हैं और उन्हें हिसाब की भी ज्यादा समझ नही होती है। इन लोगो के पैसे PFMS के आने के पहले ग्राम प्रधान तथा अन्य लोगो द्वारा हड़प लिए जाते थे। लेकिन PFMS के आने के बाद इनके मेहनत के पैसे सीधे ही Bank खाते में पहुचायें जाते हैं।
  5. PFMS के आने से आम जनता को अपने सब्सिडी के पैसे के लिए किसी विभाग के चक्कर नहीं लगाने पड़ते। PFMS के द्वारा अब ये व्यवस्था बिल्कुल Transparent हो चुकी है। ऐसे में जो योजना या सब्सिडी के लाभार्थी है उन्हें Direct ही अपने Bank खाते में पैसा मिल जाता है।
  6. PFMS System के आ जाने के कारण सरकार को भी अपना काम करने में सहुलियत मिली है। जहाँ पहले उन्हें किसी योजना का का लाभ लोगो तक पहुँचाने के लिए काफ़ी लोगो की जरूरत पड़ती थी, वहीं अब PFMS के आ जाने से Computer के एक Click मात्र से ही सारा काम हो जाता है।

PFMS पोस्ट पर हमारी राय

भारत को Digital बनाने के क्रम में PFMS System लाना सरकार का वाकई में एक सराहनीय कदम है। इससे ना सिर्फ़ लोगो को अपना हक बिना किसी परेशानी के मिला है बल्कि इसके साथ ही सरकार को भी जनता तक Direct पहुँच बनाने का सुनहरा मौका मिला है।

इस पोस्ट में हम ने जाना PFMS क्या है, क्या काम करता है, क्यों PFMS ज़रूरी है और PFMS full form in Hindi के बारे में।