MLC Full Form – MLC का काम क्या है?

भारत में आज के समय में Politics यानि राजनीति का ऐसा दौर चल रहा है कि आज की पीढ़ी में हर कोई इससे अछूता नहीं रहा है। इससे न सिर्फ़ बूढ़े बल्कि आज का नवजवान युवा भी प्रभावित है।

हमारे भारत में छोटे से लेकर बड़े क्षेत्र में बहुत से राजनितिक पद हैं। कई पदों से तो हम काफ़ी अच्छे से परिचित हैं। लेकिन अगर मैं बात करूँ MLC की तो शायद ही आप इसके बारे में जानते हों। क्या आप जानते है कि MLC full form क्या है? और MLC क्या होता है? अगर आप नहीं जानते तो इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।

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MLC full form in Hindi

MLC का full form हिंदी में

MLC क्या होता है – Member of Legislative Council

MLC in Hindi – विधान परिषद

कुछ भारतीय राज्यों में लोकतंत्र की प्रतिनिधि सभा है। इसके सदस्य अप्रत्यक्ष चुनाव के ज़रिये चुना जाता है। यह विधान मंडल का ही अंग होता है। विधान परिषद के सदस्य MLC कहलाते हैं। भारत में आंध्र प्रदेश, बिहार, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में विधान परिषद है।

MLC केवल बिलों को स्वीकार या अस्वीकार कर सकते हैं लेकिन उनके पास बिलों को पास करने का अधिकार नहीं होता। MLC का कार्यकाल 6 साल का होता है। इसके सदस्यों में से एक तिहाई सदस्यों की सदस्यता हर दो साल पर ख़त्म हो जाती है। इसके कुछ सदस्य राज्यों के राज्यपाल के ज़रिये नॉमिनेट किये जाते हैं।

MLC का फुलफॉर्म क्या है?

MLC का फुलफॉर्म Member of Legislative Council होता है जिसका मतलब है विधान परिषद का सदस्य।

MLC कैसे चुने जाते हैं?

हम साधारण चुनाव के बारे में तो जानते ही हैं लेकिन क्या आपको पता है कि MLC कैसे चुने जाते हैं। अगर नहीँ जानते है तो यहाँ ध्यान दें कि.

  • विधान परिषद के लगभग 1/3 सदस्य विधान सभा (Legislative Assembly) के सदस्यों के द्वारा चुना जाता है। इसमें उन लोगों को चुना जाता है जो इसके सदस्य नहीं है।
  • इसमें 1/3 सदस्य निर्वाचकों के ज़रिये चुने जाते हैं जिसमें नगरपालिका, जिला बोर्ड और और अन्य प्राधिकरण के सदस्य शामिल हैं।
  • इसके 1/12 सदस्यों का चुनाव ऐसे लोगों में से किया जाता है जिन्होंने कम से कम 3 साल तक राज्य के अंदर शैक्षिक(educational) संस्थाओं में पढ़ा रहें हैं।
  • बाकि 1/12 का चुनाव ऐसे लोगों में से किया जाता है जो 3 साल पहले ही अपनी पढ़ायी पूरी कर चुके हैं।
  • बाकि बचे सदस्य राज्यपाल द्वारा चुने जाते हैं जिनमें साहित्य, विज्ञान, कला और सामाजिक सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

MLC बनने के लिए eligibility –

MLC भी लोकतंत्र को मजबूत बनाने का काम करता है। MLC के पद पर आने के लिए आपको इसके योग्य (eligible) होना चाहिए। लेकिन MLC के पद पर आने के लिए आपको कुछ इस तरह से योग्य होना चाहिए। जैसे कि.

  1. आपको सबसे पहले भारत का नागरिक होने चाहिए और साथ ही साथ कम से कम 30 वर्ष का होना चाहिए।
  2. इस पद पर आने के लिए कैंडिडेट के मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए और अपने राज्य में मतदाताओं (voters) की सूची में उसका नाम होना चाहिए।
  3. कैंडिडेट दिवालिया नहीं होना चाहिए।
  4. एक ही समय में वह संसद का सदस्य नहीं होना चाहिए।

विधान परिषद (Legislative Council) कैसे बनाया जाता है?

किसी राज्य में विधान परिषद यानि Legislative Council को इतनी आसानी से नहीं बनाया जा सकता। किसी राज्य में विधान परिषद के गठन के लिए प्रोसेस कुछ इस तरह से है।

1. विधान सभा यानि Legislative Assembly के सदस्यों के 2/3 (दो तिहाई) बहुमत से पारित प्रस्ताव को सबसे पहले संसद में भेजा जाता है।

2. उसके बाद Article 171(2) के अनुसार लोकसभा और राज्यसभा के बहुमत के आधार पर इस प्रस्ताव को पारित किया जाता है।

3. पारित प्रस्ताव को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के लिए भेजा जाता है जिसके बाद विधान परिषद का गठन करने के लिए मंजूरी मिल जाती है।

MLC पोस्ट पर हमारी राय

इस पोस्ट में हम ने जाना MLC क्या है, MLC के काम,और MLC full form in Hindi के बारे में. हमे comment में बताये की आपको ये पोस्ट कैसी लगी. कोई सवाल हो तो ज़रूर पूछे.