Active Directory In Hindi,एक्टिव डायरेक्टरी और एक्टिव डायरेक्टरी सर्विस क्या है।

इस पोस्ट में आपको Active directory की जानकारी प्राप्त होगी, जैसे की Active directory क्या है (What is active directory in Hindi) और इसे कैसे Implement क्या जाता है।

एक्टिव डायरेक्टरी एक काफी बड़ा विषय है जिसे इस पोस्ट के द्वारा संक्षिप्त में बताने की कोशिश हैं,कृपया इसे पूरा पढ़े ताकि आपको एक्टिव डायरेक्टरी की कुछ जरुरी जानकारी प्राप्त हो सके।

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Active directory क्या है। (What is Active directory in Hindi)

Active directory Microsoft की एक service है,जिसका इस्तेमाल windows domain network से जुड़े Computer’s,User’s और Devices की information इखट्टा करने, उन्हें manage करने और permission’s लगाने के लिए किया जाता है।

यानि Domain पर जुड़े हुए सभी devices को Centralized रूप में पूरी तरह से कंट्रोल किया जा सके।

Active directory में पुरे नेटवर्क की जानकारी save रहती है,इसे आप एक खतौनी भी कह सकते हैं,

जैसे कितने User’s हैं,उनका Computer name,mac address,IP address,system configuration,कितनी देर चला,प्रिंटर की जानकारी इत्यादि, यानि इसमें Users, Groups,device’s और Application’s सभी की जानकारी होती है।

और यह सारि जानकारी Object के रूप में save होती है। object यानि हर एक element जैसे की एक group,User कोई application या फिर कोई डिवाइस जैसे कि प्रिंटर इत्यादि। यह सभी object कहलाते हैं।

Active directory की संरचना के तीन टियर्स होते हैं।

Domain :- डोमेन यानि एक सर्वर और क्लाइंट नेटवर्क environment,जहाँ पर नेटवर्क में जुड़े कंप्यूटर एक Centralized सर्वर द्वारा मैनेज किए जाते हैं।

Tree :- एक या उस से अधिक डोमेन नेटवर्क के संग्रह को एक ट्री बोला जाता है,और यह सभी डोमेन नेटवर्क एक दूसरे से Trust के रूप में जुड़े होते हैं।

Forests :- कई सरे डोमेन ट्री के संग्रह को forest कहा जाता है,यह एक एक्टिव डायरेक्टरी  का सबसे बड़ा ऑब्जेक्ट कहलाता है।

(AD) Services क्या है (Active directory Services in Hindi)

Active directory में कई services हैं,जो निम्नलिखित हैं।

Domain Service (AD DS) :- एक Windows domain network में Active directory

domain service सबसे मुख्य सर्विस है,जिसके द्वारा पूरी डायरेक्टरी का डाटा डोमेन में save होता है, इसमें User’s,devices इत्यादि पुरे नेटवर्क की information save रहती है,और User’s, domain से जुड़ पाते हैं, थता जुड़े हुवे सभी objects को मैनेज भी किया जाता है।

Certificate Services (AD CS) :- इस सर्विस द्वारा सर्टिफिकेट generate,manage और share किए जाते हैं, थता नेटवर्क में कम्युनिकेशन को सुरक्षा प्रदान करने के लिए (PKI) Public key infrastructure configure किया जाता है, जिससे AD नेटवर्क को Trusted बनाया जा सके

Light weight Services (AD LDS) :- यह Active directory का एक independent mode है,जिसके द्वारा application’s के लिए डायरेक्टरी सर्विस उपलब्ध कराई जाती है,यानि किसी एप्लीकेशन का डाटा LDS पर save हो सकता है,

जिसमे एप्लीकेशन के डाटा को access करने के लिए (API) Application programming interfaces का इस्तेमाल किया जाता है।

Directory Federation Services (AD FS):- यह माइक्रोसॉफ्ट द्वारा डेवलप किया गया windows Server operating system का एक सॉफ्टवेयर component है,जिससे user को (SSO) Single sign-on feature मिलता है।

यानि इसके द्वारा एक organizational boundaries के बाहर से भी कोई user कंपनी सर्वर में इनस्टॉल Applications का इस्तेमाल एक सिंगल credential द्वारा कर सके और साथ ही एप्लीकेशन डाटा भी save कर सके।

Rights Management Services (AD RMS):- यह माइक्रोसॉफ्ट का windows security tool है,जिसमें डोमेन डाटा को data access policies के माध्यम से सुरक्षा प्रदान होती है।

इसके द्वारा डाटा पर limitation’s लगा कर encrypt किया जाता है,जैसे डाक्यूमेंट्स,ईमेल इत्यादि और डाटा का access सिर्फ उन्ही users को होता है जिन्हे authorize किया गया हो। एक्टिव डायरेक्टरी क्यों इस्तेमाल की जाती है

एक्टिव डायरेक्टरी का इस्तेमाल मुख्य रूप से LAN नेटवर्क से जुड़े Computer’s और devices की information रखने,manage करने और Policies Implementation के लिए किया जाता है।

LAN Network में यदि काफी अधिक computer’s या computing devices हैं तो network administrator के लिए व्यक्तिगत रूप में सभी Computers पर जाना,information जुटाना या कुछ activity करना संभव नहीं होता।

तो ऐसे में Network Administrator द्वारा (DC) यानि Windows domain controller server तैयार किया जाता है, जिसमे कई Services इनस्टॉल की जाती हैं,जिससे Domain environment तैयार होता है,और नेटवर्क में सभी devices को डोमेन से जोड़ दिया जाता है।

इस तरह से Active directory database में डोमेन पर जुड़ी सभी devices की पूरी जानकारी आ जाती है और फिर एक Centralized Management windows Server द्वारा Network administrator नेटवर्क की जरुरत अनुसार policies implement करता है,

और Software packages इनस्टॉल करता है। यानि Administrator को नेटवर्क पर पूरा कंट्रोल प्राप्त हो जाता है।