नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में हम जानेगे क्लाउड कंप्यूटिंग क्या होता है (Cloud Computing in Hindi)
क्लाउड कंप्यूटिंग समझने से पहले आप का यह समझना जरूरी है की क्लाउड से मतलब यहाँ पर क्या है क्लाउड से मतलब आसमान के बादलो से नहीं बल्कि यह एक रूपक है,Cloud से मतलब इंटरनेट से है,और Cloud Computing से मतलब इंटरनेट पर उपलब्ध सुविधा जैसे Storage servers,Software Applications or Network Devices से है जिन्हे हम इंटरनेट के माध्यम से इस्तेमाल कर सकते हैं।
ये Servers प्रत्यक्ष रूप से हमारे सामने नहीं होते लेकिन हम इंटरनेट द्वारा इनकी सुविधा का इस्तेमाल दुनिया के किसी भी कोने में कभी भी कर सकते हैं।
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Cloud Computing क्या है (What is cloud computing in Hindi)
मान लीजिये आपको कही जाना है और आप अपने स्थान तक पहुंचने के लिए अपनी कार का इस्तेमाल न करके बस का इस्तेमाल कर रहे हैं,और आपको बदले में कुछ पैसे भी देने पड़ते हैं, और बाकि दूसरे लोग भी उस बस में सफर करते हैं और सभी ऐसा ही करते हैं,ठीक उसी तरीके से क्लाउड कंप्यूटिंग भी हैं।
जिसमे users Cloud computing का इस्तेमाल अपनी कंपनी की Application चलाने के लिए या फिर Data storage के लिए करते हैं,और बदले में उन्हें कुछ Charge pay करना पड़ता हैं।
आज के समय में दुनिया भर की बड़ी कम्पनियो की बात की जाए तो उनमे Software Applications,Network Management और खास कर के Data Storage की जरूरते बढ़ती जा रही है, ऐसे में अगर बढ़ती IT Infrastructure जरूरतो को Purchase करने और Maintain करने की बात की जाए तो यह काफी मुश्किल हो जाता है।
तो ऐसे में कंपनियों के द्वारा Cloud Computing का इस्तेमाल किया जाता है। क्लाउड कंप्यूटिंग में इंटरनेट पर उपलब्ध Storage servers,Software Applications or Network Devices का इस्तेमाल हम अपनी जरुरत के हिसाब से कर सकते हैं।
ये Servers अलग -अलग जरुरत के हिसाब से डिज़ाइन होते हैं,जैसे के Data storage के लिए, Application चलाने के लिए, और दूसरी Services जैसे Web Mails,Streaming Videos और भी कई दूसरे Software चलाने के लिए।
यानि अपनी जरुरत के अनुसार हम Cloud computing का इस्तेमाल कर सकते हैं और ऐसा platform तैयार करके दुसरो के लिए उपलब्ध भी करा सकते हैं।
दूसरे शब्दो में कहें तो क्लाउड कंप्यूटिंग का मतलब डाटा को अपने LAN कंप्यूटर की Hard drive से न access करके Cloud पर रखे storage server से Access करना होता है।
क्लाउड कंप्यूटिंग का उदाहरण (Cloud computing example in Hindi )
क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल बहुत सी कंपनिया अपने ग्राहकों को सुविधा देने के लिए करती हैं, जैसे Banks,Social Sites और Ecommerce Sites इन सभी Websites का इस्तेमाल हम सभी करते हैं,और अपना जरूरी डाटा उनके Servers में save करते हैं,इनके साथ साथ कुछ प्रसिद्ध मंच है जो Cloud Computing पर आधारित हैं।
YOU TUBE (ये Cloud आधारित पब्लिक सॉफ्टवेयर है जीसका इस्तेमाल हम डाटा Save करने और डाटा Accessing के लिए करते हैं
GOOGLE DOCS (यह Cloud आधारित Web application है जीसका इस्तेमाल हम Documentation और Spreadsheet बनाने के लिए करते हैं
APPLE CLOUD (यह एक Cloud आधारित Storage system है जो Apple Devices के लिए बनाया गया है
ADOBE CREATIVE CLOUD(यह Adobe सिस्टम का Cloud आधारित Online Application Platform है जिसका इस्तेमाल Graphic डिजाइनिंग के लिए किया जाता है
क्लाउड कंप्यूटिंग के फायदे (benefits of cloud computing)
Reduce IT Cost :-अगर आप क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल करते हैं,तो आपकी IT Cost की बचत हो जाती है,जैसे आपको डाटा स्टोरेज या एप्लीकेशन चलाने के लिए Servers नहीं खरीदने पड़ेंगे,और साथ ही उनकी maintenance cost भी बचेगी और साथ ही साथ सपोर्ट स्टाफ भी नहीं रखना पड़ेगा।
Business Continuity (Safety):-क्लाउड कंप्यूटिंग से किसी भी Natural Disaster ,Electricity Fault या फिर किसी भी परेशानी जिससे आपके Data loss हो सकता है, उन सब से बचा जा सकता है,क्योकि क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस देने वाली कंपनी Data को बहुत secure रखती है, जिनके लिए उनके पास सभी जरुरी उपकरण होते हैं, तो Data loss के बहुत कम chance होते हैं।
Flexibility:-क्लाउड कंप्यूटिंग में आपके IT Infrastructure के खर्चो में बचत और Data Prevention के साथ साथ लचीलापन भी मिलता है,आप अपने प्रतिदिन के कार्य ऑफिस जाकर ही नहीं बल्कि कही भी जब मन करे कर सकते हैं। आपके पास एक कंप्यूटर और इंटरनेट होना चाहिए आप कभी भी अपने क्लाउड सर्वर्स के साथ connect होकर कार्य कर सकते हैं।
Scalability:-अगर आप कोई भी बिज़नेस करते हैं तो उसमे उत्तार चढ़ाव आते हैं,तो ऐसे में क्लाउड कंप्यूटिंग की इस्तेमाल से कम कार्य होने या काम बढ़ने के अनुसार अपनी IT Infrastructure में कटौती या बढ़ोतरी करने का विकल्प आपको मिल जाता है।
Latest Technology:-आपको ऑफिस में पिछले लगे हुवे Servers या दूसरी पुरानी हो गयी टेक्नोलॉजी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता, बल्कि आपके पास हमेश नयी टेक्नोलॉजी चुनने और इस्तेमाल करने का विकल्प रहता है।
Types of Cloud deployment
Public Cloud:-पब्लिक क्लाउड एक Standard क्लाउड कंप्यूटिंग model है जिसमे क्लाउड कंप्यूटिंग देने वाली कंपनी सभी के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग की सुविधा देती है,जो बिलकुल मुफ्त भी हो सकती है,और कई बार इसके लिए आपको अपने इस्तेमाल के अनुसार कुछ pay भी करना पड़ता है,इसमें सारा infrastructure क्लाउड कंप्यूटिंग देने वाली कंपनी का होता है।
Private Cloud:-जब कोई कंपनी अपना पूरा IT Infrastructure क्लाउड आधारित कर देती है,और वह सुविधा सिर्फ उस कंपनी के personal इस्तेमाल के लिए होती है,और उसमे कंपनी के अलावा कोई भी बाहरी दखल नहीं होता उसे प्राइवेट क्लाउड कहा जाता है। इसमें काफी खर्चा आता है।
Hybrid Cloud:-हाइब्रिड क्लाउड पब्लिक और प्राइवेट दोनों क्लाउड का मिश्रण होता है, जब पब्लिक और प्राइवेट क्लाउड के बीच में संपर्क होता है तो उसे हाइब्रिड क्लाउड कहा जाता है।
क्लाउड कंप्यूटिंग का इतिहास (History of cloud computing)
Cloud Computing के विचार की शुरुवात 1960 में Joseph Carl Robnett Licklider द्वारा किया गया था, जिसमे उन्होंने ARPNET जो की एक Packet Switching नेटवर्क था उस पर कार्य करने के दौरान किया था।
निष्कर्ष
दोस्तों आपने पड़ा What is Cloud Computing in Hindi क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है,और किस तरह से इस टेक्नोलॉजी का सभी फायदा ले रहे हैं। और इसकी उपलब्धता,लचीलेपन और IT Infra में कम खर्चो के परिणाम स्वरुप इसका इस्तेमाल भी बढ़ता जा रहा है,और आने वाले समय में Cloud Computing की मांग भी बड़ सकती है।
तो दोस्तों मुझे उम्मीद है इस पोस्ट से आपको कुछ सीखने को मिला होगा,मुझे बहुत खुशी होगी अगर आप इस ज्ञान को दुसरो तक भी पहुचाएं ताकि दुसरो को भी इसका फायदा मिल सके।