क्या आप जानते हैं Computer Network क्या होता है, अगर आपको नही पता तो चलिए इस पोस्ट में Computer Network के बारे में जानते हैं।
इस पोस्ट में हम सीखेंगे What is Computer Network in hindi,कंप्यूटर नेटवर्क क्या है, और Types of Computer Network इसके प्रकार कौन कौन से हैं।
और साथ ही जानेंगे Difference Between Computer Network and Networking और कंप्यूटर नेटवर्क और नेटवर्किंग में क्या फर्क होता है।
मेरा विश्वास है अगर आप इस पोस्ट को पूरा पड़ते हैं तो आपको कंप्यूटर नेटवर्क की पूरी जानकारी हो जाएगी।
Contents
- 1 कंप्यूटर नेटवर्क क्या होता है (What is Computer Network)
- 2 नेटवर्क और नेटवर्किंग में क्या फर्क होता है (What is difference between Network and Networking)
- 3 नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है (What is Network Topology In Hindi )
- 4 नेटवर्क टोपोलॉजी के प्रकार
- 5 Star Topology
- 6 Mesh Topology
- 7 Tree Topology
- 8 Hybrid Topology
- 9 निष्कर्ष
कंप्यूटर नेटवर्क क्या होता है (What is Computer Network)
जैसे की नेटवर्क शब्द से ही पता चलता है आपस में जुड़ाव रखना, दूसरे शब्दो में कहें तो जब दो या से अधिक कंप्यूटर या फिर अन्य किसी कंप्यूटर हार्डवेयर को आपस में जोड़ा जाता है,और वे एक दूसरे के साथ डाटा Share कर सकते हैं तो इस तकनीक को Computer network कहा जाता है।
कंप्यूटर को आपस में जोड़ने के लिए (Cabling) की जाती है आमतौर पर (Ethernet cable) का इस्तेमाल किया जाता है,इसके अलावा (Optical Fiber) (ये दोनों एक प्रकार की तार होती है) का भी इस्तेमाल किया जाता है।
साथ ही Wireless यानि Radio Waves के द्वारा भी हम कंप्यूटर को आपस में जोड़ सकते हैं, और आपस में जुड़े हुवे कंप्यूटर द्वारा कई साधनो को Share किया जा सकता है, जैसे की Internet,Printer,File Server और भी बहुत कुछ आप कह सकते हैं नेटवर्क की मदद से एक कंप्यूटर द्वारा ज्यादा से ज्यादा काम किया जा सकता है।
नेटवर्क और नेटवर्किंग में क्या फर्क होता है (What is difference between Network and Networking)
जब विभिन्न कंप्यूटर हार्डवेयर को आपस में मिलाकर जोड़ा जाता है,और उनके द्वारा डाटा शेयर किया जाता है तो इसे एक नेटवर्क कहा जाता है,इन सारे कंप्यूटर हार्डवेयर को आपस में जोड़ने की प्रक्रिया को नेटवर्किंग कहा जाता है, जिसमे हार्डवेयर को जोड़ना,रखरखाव करना और कमियों को दूर करना होता है।
नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है (What is Network Topology In Hindi )
कहते जैसे के आपने ऊपर पड़ा कंप्यूटर को आपस में विभिन्न प्रकार से जोड़ा जा सकता है, इसे कंप्यूटर नेटवर्क की भाषा में नेटवर्क टोपोलॉजी कहा जाता है,हम यह भी कह सकते हैं नेटवर्क टोपोलॉजी नेटवर्क की आकृति को कहते हैं,
जिसमे यह तय किया जा सकता है की कंप्यूटर कैसे जुड़ेंगे और आपस में data Share कैसे करेंगे। Topology दो प्रकार की होती हैं एक Physical Topology और दूसरी Logical Topology.
Phyical Topology
Physical Topology नेटवर्क की (LAN) हार्डवेयर संरचना को दर्शाता है,आसान शब्दो में कहें तो आपस में हार्डवेयर कैसे जुड़े हुए हैं और एक नेटवर्क बना रहें हैं,इसमें वे सभी चीजे आती है जो एक नेटवर्क को क्रिएट करने में लगी होती है जैसे cable द्वारा कंप्यूटर या स्विच किस तरह से connect हैं।
Logical Topology
Logical Topology नेटवर्क की Data Communication को दर्शाता है आसान शब्दो में कहें तो फिजिकल टोपोलॉजी में हार्डवेयर आपस में कैसे जुड़े है ये देखा जाता है और Logical Topology में उन हार्डवेयर में डाटा कैसे प्रवाहित होगा ये देखा जाता है।
नेटवर्क टोपोलॉजी के प्रकार
इसमें कंप्यूटर और नेटवर्क Device एक साथ एक Single cable से जुड़े हुए होते हैं,इस cable के दो सिरे होते हैं इसे Backbone cable भी कहा जाता है ये टोपोलॉजी सिर्फ एक दिशा में ही डाटा transmit करती है।
लाभ (Advantage)
1.ये Cost Effective होता है
2.cable के इस्तेमाल कम होता है
3.बहुत आसानी से इनस्टॉल कर सकते हैं
4.समझने में आसान है
हानि (Disadvantage)
1.Cable ख़राब होने पर पूरा नेटवर्क काम करना बंद कर देता है
2.नेटवर्क में ज्यादा कंप्यूटर होने पर नेटवर्क स्पीड कम हो जाती है
3.Cable की सीमित लंबाई हो सकती है
4.ये थोड़ा Slow होता है
RING TOPOLOGY
रिंग टोपोलॉजी को रिंग नेटवर्क भी कहा जाता है रिंग नेटवर्क गोलाकार में होता है,हर कंप्यूटर में दो LAN CARD लगे होते हैं,और हर कंप्यूटर दूसरे दो कंप्यूटर के साथ जुड़ा होता है एक CABLE के आगे वाले सिरे से और दूसरा पीछे वाले सिरे से,इस तरह से कंप्यूटर का आपस में संपर्क बना रहता है।
लाभ (Advantage)
1.रिंग कंप्यूटर में किसी कंट्रोलर कंप्यूटर की जरुरत नहीं होती है।
2.इसका बस टोपोलॉजी की तुलना में प्रबंधन करना आसान होता है।
3.नेटवर्क में अच्छी स्पीड मिल जाती है।
4.इंस्टालेशन में खर्चा कम आता है।
हानि (Disadvantage)
1.रिंग नेटवर्क में डाटा सभी कंप्यूटर से होकर गुजरता है जिसमे एक कंप्यूटर में ख़राब होने पर पूरा नेटवर्क disturb हो जाता है
2.डाटा को सभी कम्प्यूटर्स से होकर गुजरना पड़ता है जिसके कारण नेटवर्क स्लो हो जाता है
Star Topology
स्टार टोपोलॉजी साधारण तोर पर सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली नेटवर्क टोपोलॉजी है। स्टार टोपोलॉजी में हर कंप्यूटर एक सेंट्रल Switch से जुड़ा होता है जिसमे स्विच और कंप्यूटर को Ethernet Cable से जोड़ा जाता है, हर कंप्यूटर के लिए एक अलग से Cable होती है।
लाभ (Advantage)
1.रख रखाव करना आसान है क्योकि हर कंप्यूटर स्विच के साथ एक अलग CABLE से जुड़ा होता है।
2.परेशानी ढूँढना बहुत आसान होता है।
3.नेटवर्क को आसानी से बड़ा सकते हैं बिना किसी कंप्यूटर को Distrub करे बिना।
4. स्विच की मदद से नेटवर्क का आसानी से प्रबंधन कर सकते है।
हानि (Disadvantage)
1. नेटवर्क का Performance सेंट्रल switch पर निर्भर करता है।
2.अगर सेंट्रल स्विच ख़राब होता है तो सारा नेटवर्क काम करना बंद कर देगा।
3.स्टार टोपोलॉजी में Bus और Ring की तुलना में अधिक cable का इस्तेमाल होता है।
Mesh Topology
इस Topology का इस्तेमाल कम किया जाता है, इसमें हर कंप्यूटर और नेटवर्क Device एक दूसरे के साथ जुड़े होते है अगर कोई कनेक्शन Down भी होता है,तो नेटवर्क Disturb नहीं होता,Mesh topology का इस्तेमाल मुख्य तोर पर Wireless नेटवर्क में किया जाता है यहाँ पर सेंट्रल स्विच का कोई प्रावधान नहीं होता।
Mesh टोपोलॉजी को दो भागो में बांटा जा सकता है
Fully Connected Mesh Topology और Partially Connected Mesh Topology
Fully Connected mesh topology में हर कंप्यूटर एक दूसरे के साथ जुड़ा रहता है
Partially Connected Mesh Topology में हर कंप्यूटर एक दूसरे के साथ जुड़ा नहीं रहता बल्कि सभी कंप्यूटर को साथ में कनेक्ट न करके अपनी जरुरत के हिसाब से कुछ कंप्यूटर को आपस में कनेक्ट किया जाता है ये fully Connected से थोड़ा सस्ता भी पड़ता है।
लाभ (Advantage)
1.बहुत ज्यादा नेटवर्क ट्रैफिक को संभाला जा सकता है क्योकि बहुत से device लगातार डाटा share कर सकते है।
2.किसी एक device के ख़राब होने या डाउन होने पर नेटवर्क में कोई फर्क नहीं पड़ता डाटा ट्रांसमिशन चलता रहता है।
हानि (Disadvantage)
1.इंस्टालेशन करना मुश्किल हो जाता है अगर device ज्यादा हो तो।
2.Cabling की कीमत ज्यादा बढ़ जाती है अगर Fully connected Mesh Topology हो तो।
Tree Topology
ट्री टोपोलॉजी जैसे की नाम से ही पता चलता है एक पेड़ के आकार का होता है, जब दो या दो से अधिक स्टार टोपोलॉजी को बस टोपोलॉजी की मदद सेआपस में जोड़ा जाता है,तो ट्री नेटवर्क बनता है,
जैसे आपने ऊपर पड़ा स्टार नेटवर्क में सारे कंप्यूटर अलग अलग cable के द्वारा स्विच से जुड़े रहते हैं जब इन्ही स्विच को एक cable के द्वारा जिसे backbone cable भी कहते हैं आपस में जोड़ा जाता है तो ट्री टोपोलॉजी बन जाती है Tree Topology को star bus topology भी कहा जाता है।
लाभ (Advantage)
1. जहा पर bus और star टोपोलॉजी को अलग से इस्तेमाल न करना हो वहा पर Tree टोपोलॉजी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
2.आसानी से नेटवर्क को बड़ा सकते हैं।
3.पुरे नेटवर्क का आसानी से प्रबंधन कर सकते हैं। .
4.फाल्ट का आसानी से पता लगा सकते हैं।
हानि (Disadvantage)
1.Backbone Cable ख़राब होने पर पूरा नेटवर्क काम करना बंद कर देगा।
2.अगर ज्यादा कंप्यूटर को add किया तो मैनेज करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
3.Cable काफी ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल होती है।
Hybrid Topology
Hybrid Topology कई नेटवर्क टोपोलॉजी से मिलकर बनती है जैसे की Bus,Star,Mesh,Ring और Tree Topology,Wide Area नेटवर्क आमतौर पर हाइब्रिड होता है।
लाभ (Advantage)
1.बहुत सी नेटवर्क टोपोलॉजी का फायदा एक साथ मिल जाता है।
2.जरुरत के हिसाब नेटवर्क को बदल सकते हैं।
3.नेटवर्क काफी लचीला होता है।
4.आसानी से नेटवर्क को बड़ा सकते हैं।
हानि (Disadvantage)
1.हाइब्रिड नेटवर्क थोड़ा मेहेंगा पड़ जाता है।
2.हाइब्रिड नेटवर्क काफी जटिल होता है।
3.एक टोपोलॉजी से दूसरे में बदलने में हार्डवेयर बदलने पड़ जाते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों इस पोस्ट में आपने सीखा नेटवर्क क्या होता है,नेटवर्किंग क्या होती है,और हम कितने प्रकार के नेटवर्क बना सकते हैं।
दोस्तों हमें उम्मीद है इस पोस्ट से आपको कुछ ज्ञान जरूर मिला होगा,यदि आपको इस पोस्ट से जरा भी ज्ञान मिला है,तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें, इससे हमें प्रोत्साहन मिलेगा। पोस्ट को पढने लिया धन्यवाद।