The act of singing, that is, the way of singing is called characters.
गाने की क्रिया अर्थात गाने के तरीके को वर्ण कहते हैं
on page 6 of Abhinav Manjari, it is written that village birds should go or else Chaturtha denotes faith or Rohan and Rohit transmits or signs, which means that the act of singing songs is called varna and varna is the main There are four types of forms, which are called temporary, ascending, descending and transmitting characters.
अभिनव मंजरी के पृष्ठ 6 पर लिखा है ग्राम चिड़ियों चले वरना चतुर्था निरूपित आस्था या रोहन व रोहित संचारित या लक्षणम्अर्थात कहने का मतलब यह है कि गाना गाने की क्रिया को वर्ण कहते हैं और वर्ण मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं जिन्हें अस्थाई आरोही अवरोही और संचारी वर्ण कहते हैं
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Character type (वर्ण के प्रकार)
There are four types of characters, which can be divided into the following parts,
- permanent characters
- ascending character
- descending character
- communicative characters
वर्ण के चार प्रकार होते हैं जिन्हें निम्नलिखित भागों में विभक्त किया जा सकता है
- स्थाई वर्ण
- आरोही वर्ण
- अवरोही वर्ण
- संचारी वर्ण
What is rage? राग किसे कहते हैं?
The nature of any raga becomes entertaining and melodious only when the way of playing its songs, the movement of the swarms, the correct process of the swaras in the raga, is not clear only by ascending and descending in the raga.
किसी भी राग का स्वरूप तभी मनोरंजक वह कर्णप्रिय बन जाता है जब उसके गाने बजाने का ढंग स्वरों का चलन राग में लगने वाले स्वरों की प्रक्रिया सही वह स्पष्ट हो केवल राग में आरोह अवरोह लगने से ही स्पष्ट नहीं होता
It is written in the definition of raga “Audi sound special tu swara varna vibhushit” i.e. the sound which is adorned with swar and varna is called raga.
राग की परिभाषा में लिखा गया है “ऑडी ध्वनि विशेष तू स्वर वर्ण विभूषित” अर्थात जो ध्वनि स्वर और वर्ण से सुशोभित होती है उसे राग कहते हैं
What is the difference between raga and varna? राग और वर्ण में क्या अंतर है?
While the vowels are important in one and the night, on the other hand, the characters also have special importance, sometimes in many ragas, the tone is also an indicator of the character.
जहां एक और रात में स्वरों का महत्व है वहीं दूसरी ओर वर्ण का भी विशेष महत्व है कई बार कई रागों में स्वर संगति भी वर्ण की सूचक होती है
What is called Alankar in music? म्यूजिक में अलंकार किसे कहते हैं
As in Gaur Sarang Sa Dhan Ni Maa Ga Ma Re Sa it is the ballyas in the music that adorn the raga which is called Alankar.
जैसे गौड़ सारंग में सा ध नी मां गा मा रे सा वह संगीत में पड़ा बलिया हैं जो कि राग को सजाती है जिन्हें अलंकार कहते हैं