MLA Full Form in Hindi, MLA Ka Pura Naam Kya Hai, MLA क्या है, MLA Ka Full Form Kya Hai, MLA का Full Form क्या है, MLA meaning, MLA क्या क्या कार्य होता है।आज इन सभी सवालों के जबाब आपको इस Post में दिया जाएगा।
दोस्तों! क्या आप नहीं जानते कि MLA full form in Hindi क्या है और इसके बारे में जानना चाहते हैं? यदि आपका जवाब हां है तो हम आपके लिए इस आर्टिकल में MLA full form in Hindi के अलावा इसकी सभी जानकारी लेकर आए हैं जिसकी मदद से आप MLA के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल कर पाएंगे।
MLA full form क्या होता है? इसे जानने के लिए आप इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें क्योंकि यहां हमने MLA full information in Hindi के बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई है। इसके अंतर्गत बताए जाने वाले विषय निम्नलिखित हैं –
1. MLA full form kya hai? पूरी जानकारी हिंदी में (What is the full form of MLA in Hindi?)
2. MLA कौन होता हैं ? (Who is the MLA in Hindi?)
3. विधायक (MLA) बनने के लिए योग्यताए क्या हैं? (What is the qualification of MLA in Hindi?)
4. MLA का कार्यकाल क्या है? (What is the tenure of MLA in Hindi?)
5. MLA की जिम्मेदारियां क्या हैं? (What is the responsibilities of MLA in Hindi?)
6. विधायक (MLA) की सैलरी कितनी होती है ? (What is salary of MLA in Hindi?)
Contents
MLA full form kya hai? पूरी जानकारी हिंदी में (What is the full form of MLA in Hindi?)
MLA full form kya hai? की बात करें तो बता दें कि MLA full form “Member of the Legislative Assembly” है। इसके अलावा आपको यह भी बता दें कि MLA को हिंदी में “विधान सभा के सदस्य” अर्थात “विधायक” कहा जाता है।
MLA कौन होता हैं ? (Who is the MLA in Hindi?)
MLA को विधानमंडल का सदस्य या फिर विधानसभा का सदस्य भी कहते हैं ।
भारत के प्रत्येक स्टेट में अलग-अलग समय पर प्रत्येक 5 वर्षों के बाद विधानसभा के चुनाव का आयोजन होता है। प्रत्येक राज्य की जनसंख्या के आधार पर सभी राज्यों को अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों में विभाजित किया जाता है। प्रत्येक क्षेत्र में एक व्यक्ति को चुना जाता है जो चुनाव लड़ता है। किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की संख्या निश्चित नहीं की जाती है परंतु इन सभी में जीत केवल एक ही व्यक्ति की होती है।
एक निर्वाचन क्षेत्र में एमएलए की योग्यता रखने के लिए बहुत से लोग होते हैं तथा उन सभी लोगों द्वारा यह चुनाव लड़ा जा सकता है।
यह कोई आवश्यक नहीं होता है कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार किसी भी तरह के राजनीतिक दल से संबंध रखते हो। बिना किसी दल के कोई भी व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है तथा ऐसे व्यक्ति को निर्दलीय उम्मीदवार या स्वतंत्र उम्मीदवार कहा जाता है। जो भी उम्मीदवार चुनाव में जीत हासिल करता है उससे क्षेत्र का विधायक बना दिया जाता है।
MLA का चुनाव विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के द्वारा किया जाता है। इस चुनाव के बाद सभी विधायक मिलकर उस राज्य के मुख्यमंत्री का चुनाव कर अगले 5 वर्षों तक सरकार बनाते हैं। भारत एक देश है जहां प्रशासन को चलने के लिए राजनीतिक व्यवस्था के अनुसार राजनीतिक नेतृत्व प्रणाली को तीन भागों में बांटा जाता है—
- केंद्रीय स्तर पर संसद तथा केंद्र सरकार द्वारा
- राज्य स्तर पर विधानसभा तथा राज्य सरकार के द्वारा
- जिला या तहसील स्तर पर नगर पालिका या फिर नगर निगम के द्वारा
विधायक (MLA) बनने के लिए योग्यताए क्या हैं? (What is the qualification of MLA in Hindi?)
किसी निर्वाचित जिले का एक योग्य विधायक बनने के लिए उस विधायक में विभिन्न योग्यताएं होना आवश्यक है। MLA बनने के लिए किसी स्वस्थ व्यक्ति में निम्न योग्यताएं होनी चाहिए–
• विधायक के पद पर एक उम्मीदवार के रूप में बैठने के लिए सबसे पहले आपका एक भारतीय नागरिक होना आवश्यक है तथा देश की राष्ट्रीयता का होना जरूरी है।
• उम्र कम से कम 25 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
• विधायक के पद पर बैठने के लिए आपका मानसिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी है तथा कोई भी पागल व्यक्ति MLA के पद पर नहीं बैठ सकता है।
• कोई भी व्यक्ति MLA के उम्मीदवार के रूप में खड़ा होगा उसका अपने राज्य का मतदाता होना आवश्यक होता है।
का कार्यकाल क्या है? (What is the tenure of MLA in Hindi?)
मुख्य रूप से विधानसभा का कार्यकाल केवल 5 वर्ष का होता है तो एमएलए जो विधानसभा का सदस्य है उसका भी कार्यकाल 5 वर्ष का ही होता है।
विधानसभा को किसी आपातकालीन स्थिति में पहले भी भांग किया जा सकता है या बढ़ाया भी जा सकता है।
MLA की जिम्मेदारियां क्या हैं? (What is the responsibilities of MLA in Hindi?)
अपने निर्वाचन क्षेत्र का MLA एक जनप्रतिनिधि होता है ऐसे में उसकी कई सारी जिम्मेदारियां होती है जिसे MLA को पूरा करना होता है। तो चलिए MLA की उन जिम्मेदारियों के बारे में जानते हैं
एमएलए अप निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधि होता है इसी वजह से वह अपने क्षेत्र की समस्याओं को सरकार तक लेकर जाता है।
वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए उनके निजी साधनों का उपयोग करता है।
अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए सभी तरह के आवश्यक कार्यों को पूरा करता है।
अपने क्षेत्र के विकास के लिए मिलने वाले सरकारी फंड का सही उपयोग कर विकास के कार्यों तथा लोगों की समस्याओं को हल करता है।
प्रत्येक राज्य में विधायक को मिलने वाली सैलरी अलग-अलग होती है। सबसे अधिक तेलंगाना में विधायक की सैलरी 2.5 लाख रुपया प्रति महीने एवं सबसे कम विधायक की सैलरी त्रिपुरा में ₹34000 होती है।
एक विधायक को उसकी सैलरी के अलावा भी कई तरह की सुविधा दी जाती हैं जैसे उसे अपने लिए एक पर्सनल असिस्टेंट रखने का खर्च, डिजिटल खर्च, अपने इलाज के लिए खर्च, मोबाइल खर्च, सरकारी आवास में रहने की सुविधा, खाने पीने तथा अपने क्षेत्र में आने जाने के लिए अलग से खर्च दिया जाता है।
मैं आशा करती हूं कि अब आपको यह पता चल गया होगा कि एमएलए कौन होते हैं उनका कार्यकाल कितने वर्षों का होता है उनकी सैलरी कितनी होती है उनकी कौन-कौन से जिम्मेदारियां होती हैं उनके कौन-कौन से कार्य होते हैं तथा एक एमएलए बनने के लिए कौन-कौन सी योग्यता का होना आवश्यक है? यदि इस पोस्ट से संबंधित और कुछ भी जानकारी आपके पास हो तो उन जानकारियों को नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के जरिए आप हम तक पहुंचा सकते हैं तथा यदि किसी के मन में इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल हो तो आप उसे भी कमेंट बॉक्स के जरिए पूछ सकते हैं। धन्यवाद