SWOT Analysis – Why Is Everyone Talking About ?

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SWOT Analysis  क्या है ।  SWOT Analysis  kya hota hai | 

Parameters of SWOT analysis building a circle on printed paper with a magnifying on white background. Representing searching for suited data to build a strategy using swot analysis parameters like strengths, weaknesses, opportunities and threads.

SWOT Analysis  की अगर बात की जाए तो यह शब्द आज के समय बहुत ज्यादा प्रचलन में है !अगर इसको कम शब्दों में जाना जाए तो यह एक इस प्रकार की तकनीक है जिसकी सहायता से हम किसी भी विशेष व्यक्ति वस्तु बिजनेस  का एनालिसिस करके उसकी खूबियां , कमियां , उसके अवसर और उसमें आनेेेे वाली  भविष्य में मुश्किलों जान सकते हैं ।  इस तकनीक का प्रयोग करके Student अपना करियर प्लान कर सकता है , एक बिजनेसमैन अपना बिजनेस प्लान कर सकता है |  संसार का कोई भी व्यक्ति Swot Analysis तकनीक का प्रयोग करके खुद को कामयाब बना सकता है | 

SWOT Analysis Full Form | SWOT Analysis Meaning in Hindi |

S – Strength ( ताकत) 

W – Weakness ( कमजोरियां )

O – Opportunity ( मौका अवसर )

T – Thearts  ( खतरा , बाधाएं , मुश्किल )

 इस लेख में हम निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे |

1.  SWOT Analysis for yourself |SWOT Analysis  personal  | खुद पर इस तकनीक का प्रयोग कैसे करें | 

2. SWOT Analysis company |  एक बिजनेसमैन कैसे अपने बिजनेस पर इस तकनीक का प्रयोग कर सकता है

3. SWOT Analysis for students with example |  एक विद्यार्थी किस प्रकार से अपने जीवन में लागू कर सकता है

4 . SWOT Analysis with example । उदाहरण सहित

5. Why SWOT Analysis is important |  यह क्यों महत्वपूर्ण है

1. S – Strength ( ताकत)

किसी भी वस्तु  व्यक्ति में अपना एक विशेष गुण होता है । वह विशेष गुण उसकी ताकत होती है । अगर किसी काम को हम अपने गुणों के आधार पर करते हैं । तो उस काम को हम आसानी से कर सकते हैं । अतः जो गुण हमें प्रकृति ने दिया है या जो गुण हमने खुद से सिखकर अपने अंदर डिवेलप किया है । अगर हम उस गुण के साथ कोई भी कार्य करेंगे तो उस काम को हम बेहतरीन कर पाएंगे ।

W – Weakness ( कमजोरियां )

 हर व्यक्ति , वस्तु या कोई भी चीज उसमें कुछ ना कुछ कमियां कमजोरियां होती है । यह कमजोरियां हमारी सफलता में बाधक होती है । मगर कमजोरी का होना स्वभाविक है । इसलिए हमें अपनी कमजोरियों का पता होना चाहिए । ताकि हम सही से यह निर्णय कब कर पाए की हमें या तो इन कमजोरियों की दिशा में काम करके इन कमजोरियों को दूर करना चाहिए या हमें उस प्रकार के कार्य नहीं करनी चाहिए जिस प्रकार के कार्य में हम कमजोर हैं ।

O – Opportunity ( मौका अवसर

जब भी हम कोई कार्य करने का फैसला करते हैं  तो हमें इस बात का आवश्यक ध्यान रखना चाहिए कि इस काम में आगे कितनी संभावनाएं है ! क्योंकि हो सकता है कि कुछ कार्य को हम इसलिए कर पाए क्योंकि हमारे अंदर वह विशेष गुण है ।मगर हो सकता है कि कुछ काम में भविष्य में जाकर कोई संभावना ही ना हो । यानी कि हम कार्य तो कर सकते हैं मगर भविष्य में अगर उसकी कोई संभावना नहीं होंगी तो हम उस रास्ते पर भी कामयाब नहीं हो पाएंगे ।

T – Thearts  ( खतरा , बाधाएं , मुश्किल )

हर कार्य में उस कार्य की प्रकृति के अनुसार खतरा या यूं कहे की मुश्किलें होते हैं । जो इंसान जैसा कार्य कर रहा होता उसमें उसी प्रकार की बाधाएं होती है। अगर एक विद्यार्थी की बात की जाए तो उसको फेल होने का डर होता है ।अगर एक बिजनेसमैन की बात की जाए तो उसको अपने बिजनेस में पैसों का नुकसान हो सकता है । खिलाड़ी की बात की जाए तो उसमें भी इस प्रकार का डर रहता है कि अगर वह एक निश्चित आयु में कामयाब नहीं हुआ तो फिर उसको कामयाबी नहीं मिल पाती । क्योंकि खिलाड़ी के लिए आयु के मायने बहुत होते हैं ।

1.  SWOT Analysis for yourself |SWOT Analysis  personal  | खुद पर इस तकनीक का प्रयोग कैसे करें | 

इस दुनिया में जितने भी मनुष्य है वह गुण के आधार पर एक दूसरे से अलग है । जो कार्य एक व्यक्ति कर सकता है वह काम दूसरा व्यक्ति ना कर पाए ऐसा संभव है । और जो कार्य हम कर सकते हैं ऐसा हो सकता है कि उसको कोई दूसरा ना कर पाए । जिस प्रकार बिल्ली के पास पेड़ पर चढ़ने का गुण होता है । और मछली के पास पानी में तैरने का गुण होता है । अगर बिल्ली को तैरने के लिए और मछली को पेड़ पर चढ़ने के लिए कहा जाए तो यह दोनों के लिए कर पाना मुश्किल या फिर असंभव हो जाएगा । उसी प्रकार से हम मनुष्य के अंदर भी कुछ इस प्रकार के होते हैं । जो हमें प्रकृति देकर भेजती है । और कुछ गुण हम सिखकर अपने अंदर पैदा कर लेते हैं । हमें इस तकनीक का प्रयोग किस प्रकार से करना है आइए जानते हैं ।

1. पहला कदम S – Strength ( ताकत)

सबसे पहले आप एक पेपर पर अपने गुण के बारे में लिखना शुरू कर दीजिए । अपने उन गुणों के बारे में लिखिए जिनमें आपको लगता है कि आप काफी अच्छे हैं । जो आपकी ताकत है । कम से कम आप अपने अंदर अपने अनुभव के आधार पर 10 ऐसे गुणों को ढूंढिए जिनमें आपको लगे कि आप इन गुणों के आधार पर लोगों से बेहतरीन है । यह गुण आपके अन्दर कुछ भी हो सकते हैं । जैसे कि आप अच्छे वक्ता हो सकते हैं । आप दिखने में अच्छे हो सकते हैं । आपका दिमाग रचनात्मक हो सकता है । आप शारीरिक रूप से ताकतवर हो सकते हैं । आपका Confidence औरों से ऊंचा हो सकता है !  या आपका दिमाग टेक्निकल चीजों को जल्दी पकड़ लेता है ! या आपको पढ़ी हुई चीजें जल्दी याद हो जाती हैं !  आप खुद को जिस कार्य में सबसे अच्छा महसूस करें उस कार्य में आप अपना करियर बनाएंगे तो आपकी सफलता पाने का मौका ज्यादा बनेगा |

W – Weakness ( कमजोरियां )

हर किसी की आपने अपनी कमजोरी होती है । इन कमजोरियों को पहचानने की आवश्यकता होती हैं । उसके लिए भी आप खुद के अनुभव से अपनी इन कमजोरियों को पहचानिए और एक पेपर पर लिख दीजिए । जब आप इन अपनी कमजोरियों को लिखोगे तो यहां पर दो चीजें आपने सोच लेनी है ।

एक तो यह है कि जो कमजोरी आप खुद में महसूस करते हैं | क्या उसको दूर किया जा सकता है ? क्या आप उसमें बेहतरीन बन सकते हैं ? क्या वह कमजोरियां आपकी सफलता में बाधक बनेगी ? क्या वह ऐसे कमजोरियां हैं कि उनको दूर किया ही नहीं जा सकता ।

उदाहरण के लिए हम मान लेते हैं कि आपका मन करता है कि आप राजनीति में जाएं और एक अच्छे नेता बने । मगर जब आप अपनी कमियों को लिखते हैं तो आप पाते हैं कि आपको सामने बोलने में डर लगता है ।जबकि एक नेता का काम होता है कि वह अच्छा बोले और उसको हजारों लाखों की भीड़ के सामने बोलना पड़ता है  । मगर आप खुद में यह कभी पाते हैं कि आपको किसी भी सभा में बोलने से बहुत ज्यादा डर लगता है । ना तो आप नेता बनने का सपना छोड़ पाते हैं और ना ही आप अगर इस कमजोरी पर काम करते हैं तो आपको सफलता नहीं मिलेगी । यहां पर या तो आपको अपने गुण के अनुसार किसी दूसरे कार्य का चयन करना पड़ेगा या आपको अपनी इसी कमजोरी पर काम करके इस कमी को दूर करके इस कार्य  को तब करना पड़ेगा ।

दूसरा मैंने बताया कि कुछ इस प्रकार की कमजोरियां होती है कि जिनको हम दूर नहीं कर सकते । मान लीजिए कि आपका सपना है कि आप पुलिस या फौज में जाए तो वहां पर हाइट का होना जरूरी है । अगर आपकी हाइट कम है तो आप चाह कर भी नहीं जा सकते। । क्योंकि इस कमजोरी को आप दूर नहीं कर सकते । मान लीजिए कि आपका सपना है कि आपको एक क्रिकेटर बनना है । लेकिन आपकी आयु अभी 20 साल के आसपास है । क्योंकि आप इस उमर में खेल शुरू करके  बहुत ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाओगे ।लेकिन आप 20-  25 से 30 साल की या किसी भी उम्र में अगर आप एक बिजनेसमैन बनने का सपना देखते हो तो आप उसको पूरा कर सकते हो ! मगर अगर आप 25- 30 साल की उम्र में एक खिलाड़ी बनने का सपना देखते हो तो आप उसको पूरा नहीं कर पाओगे ! इसलिए आप अपनी कमी को दूर नहीं कर पाओगे तो यहां पर आपको कोई दूसरा रास्ता खोजना ही पड़ेगा !

O – Opportunity ( मौका अवसर

सबसे बड़ी चीज है कि जो भी आप करने का सोचते हो तो आपको यह भी ढूंढना पड़ेगा कि क्या आगे चलकर उस कार्य में आपको अवसर दिखाई देते हैं ! क्योंकि बहुत सारे ऐसे काम होते हैं । अगर एक बिजनेसमैन के नजरिए से देखा जाए तो कुछ बिजनेस आज है लेकिन आने वाले समय में उन बिजनेस का कोई  भविष्य नहीं होगा । और बहुत सारे  businesss में आपने भी यह देखा होगा कि कुछ साल पहले वह बिजनेस अच्छी प्रकार से चल रहे थे । मगर टेक्नोलॉजी इतनी ज्यादा तेज है कि टेक्नोलॉजी की वजह से वह बिजनेस खत्म हो गए । इसी प्रकार एक विद्यार्थी को भी किस लाइन में पढ़ाई करनी है यही सब बातें देखकर करनी पड़ेगी । क्योंकि हो सकता है कि आज आप जो पढ़ाई कर रहे हो उसमें आपको 5 साल 10 साल तक भविष्य दिखाई देता हो । मगर आप उसके बाद पाओगे कि आपने जो पढ़ाई की है उसकी  आगे चलकर इतनी ज्यादा वैल्यू नहीं है । इसलिए आपको यह करना पड़ेगा कि आप पढ़ाई या बिजनेस मे किसी भी प्रकार का चुनाव भविष्य की जरूरत को ध्यान में रखते हुए करें कि आने वाले समय में उस चीज को लेकर आपके पास कितने ज्यादा मौके रहेंगे ।

T – Thearts  ( खतरा , बाधाएं , मुश्किल )

ऐसा हो ही नहीं सकता कि आप कोई भी काम करें और उसमें बाधाएँ ना आए । हर प्रकार के कार्य में उस कार्य की प्रकृति के अनुसार बाधाएं आती हैं ! जैसे कि आप मान लीजिए कि आप एक सरकारी नौकरी की तैयारी करते हैं  और आप काफी मेहनत भी कर रहे हैं । मगर जैसा कि हम जानते हैं कि सरकारी नौकरी की वैकेंसी इतनी ज्यादा नहीं निकलती है ।और आपको नौकरी नहीं मिल पाती है । आपकी आयु भी निकल जाती है । तो यानी कि अब आपके सामने सबसे बड़ा खतरा यह आ गया है कि अब आप भविष्य में क्या करेंगे ? तो आपके पास दूसरा प्लान होना चाहिए था ! अगर बिजनेस की बात की जाए तो किसी भी प्रकार का जो बिजनेस करता है ! उसमें उस प्रकार की समस्याएं आ जाती है ! कोरोना के समय में बहुत सारे बिजनेस है । जिनकी डिमांड काफी कम हो गई है और बहुत सारे बिजनेस ऐसे हैं उनकी डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई है । यहां पर हम एक कोचिंग सेंटर का उदाहरण देते हैं । आपने देखा होगा कि कुछ सालों में कोचिंग सेंटर बहुत ज्यादा खुले हैं  । क्योंकि शिक्षा के प्रति विद्यार्थियों का रुझान बढ़ा है । लेकिन ऑनलाइन के इस जमाने में आप कुछ समय बाद पाओगे की यहां पर आपको शायद बहुत कम भीड़ दिखाई देगी। क्योंकि बहुत सारे बच्चे अब ऑनलाइन पढाई करने लगे हैं और उनको यहाँ सारा कुछ फ्री में मिल जाता है । जिसके लिए उनको कोचिंग सेंटर पर पैसे देने पड़ते थे । तो आप जो भी अपना फ्यूचर प्लान करें तो उसमें आप यह चीजें जरूर लिखें कि आपके सामने कौन-कौन सी बाधाएं आ सकती है  । और उनका समाधान क्या और कैसे निकलेगा ।

1.  SWOT Analysis for yourself |SWOT Analysis  personal  | खुद पर इस तकनीक का प्रयोग कैसे करें | 

Self swot analysis करने के लिए आपको एक पेपर पर चारों चीजों के बारे में यानी कि अपनी ताकत , कमजोरी , मौके और आने वाली बाधाओं के बारे में लिख लेना है।  कई बार हमारे बारे में जितना हम जानते हैं उतना दूसरा कोई नहीं जानता होता है । क्योंकि सबसे ज्यादा हमें हमारे गुणों का पता होता है । हो सकता है कि कोई दूसरा यह कहे की  आप यह कार्य नहीं कर सकते । मगर आप उसी कार्य में बहुत अच्छे हो और आप कहें कि यह कार्य तो मैं जरूर कर सकता हूं । आपके आसपास बहुत ज्यादा नकारात्मक लोग होते हैं वो आपको जब यह कहते हैं कि आप यह कार्य नहीं कर सकते तो इसका एक यही मतलब नहीं होता कि वह आपको कह रहे हैं । इसका एक दूसरा मतलब भी है यह होता है कि वह आपको यह बता रहे हैं कि इस कार्य को मैं नहीं कर सकता । तो इसलिए आप भी नहीं कर सकते । तो इसलिए आप खुद के अनुभव के आधार पर अपनी खूबियों के बारे में लिखें ।

कई बार हमें यह भी कर लेना चाहिए कि अगर हमें लगता है कि कोई हमारे आसपास है और वह हमारे बारे में काफी जानता है तो हमें सामने वाले से अपनी खूबियों के बारे में पूछ लेना चाहिए । कि बहुत सारे ऐसे उदाहरण आपको जमाने भर में देखने सुनने को मिलेंगे कि जिन को किसी  दूसरे ने यह बात बताई हो कि आपको यह कार्य करना चाहिए । आप इस कार्य को बहुत अच्छे ढंग से कर सकते हैं ।

उदाहरण के लिए अगर मैं बात करूं सचिन तेंदुलकर की तो शुरुआत उन्होंने अपनी बोलिंग से की थी । मगर उनके कोच ने बताया कि आप बैटिंग पर ध्यान दीजिए । इसी प्रकार अगर महेंद्र सिंह धोनी की बात की जाए तो उनको विकेट कीपिंग  करने की सलाह उनके कोच ने दी  थी । क्योंकि वह फुटबॉल खेलते थे । और भी ना जाने कितने उदाहरण आपको ऐसे मिलेंगे । की जिसमें सामने वाले ने किसी के गुणों की परख करके बताया हो कि आप यह कार्य नहीं वह काम कीजिए उसमें आप ज्यादा अच्छे हैं !

2. SWOT Analysis company |  एक बिजनेसमैन कैसे अपने बिजनेस पर इस तकनीक का प्रयोग कर सकता है |

बहुत सारे बिजनेसमैन अपने कंपनी , अपने एंप्लॉय और खुद पर इस तकनीक का प्रयोग करते हैं । मान लीजिए कि आप कोई बिजनेस करने का प्लान कर रहे हैं तो सबसे पहले उस बिजनेस के बारे में इन 4 चीजों के बारे में सोचिए । पहला यह कि आप जिस बिजनेस के बारे में सोच रहे हैं उस बिजनेस की ताकत क्या है । मान लीजिए कि आप एक Education बिजनेस के बारे में सोच रहे हैं तो आप पाओगे कि education की फील्ड में लोगों का रुझान काफी बढ़ रहा है ! और यह एक बहुत बड़ा मार्केट आने वाले समय में होने वाला है! उसी तरीके से आप अगर एक फूड बिजनेस लाइन में जाते हैं तो आप पाओगे कि फूड हर घर की जरूरत है और बाजार में उसकी डिमांड काफी है ! और फूड प्रोडक्ट इस प्रकार का बिजनेस है कि इसको कोई टेक्नोलॉजी रिप्लेस नहीं कर सकती !यानी कि अगर आप मसालों का बिजनेस आज भी करते हैं तो लोग हजारों साल बाद में मसाले खाएंगे ! चावल , दाल , आटा , नमकीन बिस्किट या कोई भी फूड प्रोडक्ट ! तो उसको उसी प्रकार से खाया जाएगा ! यह बिजनेस टेक्नोलॉजी बिजनेस की तरह कभी नहीं बंद होने वाला है !जैसे कि एक समय में घड़ी, रेडियो , सीडी, कैमरा का बिजनेस था ! मगर लोगों के हाथ में फोन आ गए और टेक्नोलॉजी  के आने का कारण इन बिजनेस पर काफी प्रभाव पड़ा और इस प्रकार के बहुत सारे बिजनेस बंद हो गए और कुछ में आगे की  संभावनाएं खत्म हो गई ! इसी प्रकार से हम अपनी कंपनी के किसी एंप्लॉय का भी इस तकनीक में प्रयोग कर सकते हैं  ! जैसे कि हमारे कंपनी में काम करने वाले एंप्लॉय की ताकत क्या है कमजोरी क्या है तो इस आधार पर उन्हें काम दे सकते हैं !

3. SWOT Analysis for students with example |  एक विद्यार्थी किस प्रकार से अपने जीवन में लागू कर सकता है | 

विद्यार्थी जीवन काफी महत्वपूर्ण होता है ! और हमें अपने करियर को लेकर इसी समय काफी फैसले करने पड़ते हैं ! मगर दूसरा सच यह भी है कि विद्यार्थी जीवन में हमारा इतना ज्यादा अनुभव नहीं हो पाता ! और काफी फैसले गलत भी लिए जाते हैं और बाद में वह आने वाली जिंदगी में परेशान करते हैं ! इसलिए अगर आप एक विद्यार्थी हैं तो आप अपने करियर को लेकर जो भी फैसला लेना चाहते हैं उसे ना सिर्फ वर्तमान में बल्कि आने वाले भविष्य को ध्यान में रखते हुए फैसला लें ! आपको किस लाइन में करियर बनाना है यह सिर्फ आप दूसरों को देखकर फैसला ना करें ! की दूसरा अगर उस रास्ते पर जा रहा तो जरूरी नहीं है कि आपका जाना भी जरूरी है ! आप अपनी ताकत के अनुसार अपनी लाइन का चुनाव करें !बहुत सारे ऐसे काम होते हैं जो आपको लगेगा कि यह काम करने में मुझे मजा आता है ! मगर आप यह पाओगे कि वह काम करने में  आपको आनंद तो आएगा ! लेकिन हो सकता है कि उस लाइन में इतना ज्यादा पैसा ना हो कि आपके जरूरत, शौक,  सपने पूरा कर पाए । तो आपके दिमाग में यह भी सवाल आएगा कि क्यों ना मैं इस प्रकार की लाइन का चुनाव करूं कि जिस लाइन में ज्यादा पैसा हो । मगर उस लाइन में जाने के बाद आपको यह एहसास होगा कि आपका मन काम करने में नहीं लगता ।.आप बोर होना शुरू हो जाओगे । क्योंकि जिंदगी काफी लंबी होती है ।

सोचिए जरा आपको सारी उमर पहला तो कोई ऐसा काम करना पड़े कि जो आपकी पसंद का है । मगर उसमें पैसा कम है । दूसरा कोई ऐसा कार्य है कि जिसमें पैसे तो बहुत ज्यादा है मगर आपको मजा बिल्कुल भी नहीं आता । तो आप कौन से कार्य का चुनाव करेंगे ?  क्योंकि आपके आसपास वाले आपके परिवार वाले आपको हमेशा वही सलाह देंगे कि जिस काम में ज्यादा पैसा है वह काम कीजिए । मगर अगर आपका उस काम में मन नहीं लगेगा तो यह आपके तनाव का कारण बनेगा ।

4 . SWOT Analysis with example |

मेरा मानना है कि भारत में क्रिकेट को हर कोई देखता भी है और उसे बारीकी से हर कोई समझता भी है इसलिए हम इसमें क्रिकेट के कुछ ऐसे उदाहरण का प्रयोग करेंगे जिससे आप को समझने में काफी आसानी रहे । सबसे पहले हम बात करते हैं विराट कोहली की । हम सबको पता है कि विराट कोहली आज के दौर में सबसे कामयाब बल्लेबाज है । उनकी अगर खूबियों की बात की जाए तो उनकी खूबी है कि वह काफी लंबी पारी खेल सकते हैं । उनके पास कमाल की टेक्निक है और इसी ताकत की वजह से वह इतनी ज्यादा रन बनाते हैं और कामयाब हुए हैं । मगर ऐसा नहीं है कि उनके पास कोई भी कमजोरी नहीं है । उनकी कमजोरी है कि वह एबी डिलीवर्स की तरह क्रिएटिव शॉट नहीं मार पाते । मगर फिर भी विराट कोहली अपनी ही ताकत के साथ खेलते हैं और कामयाब हुए हैं । इसी तरीके से आप हर बल्लेबाज में खुबिँया और कमजोरियां देखने को मिलेंगे । मगर बल्लेबाज  उन कमजोरियों के बाद भी कामयाब है । या तो बल्लेबाज जिस बॉल पर उनको परेशानी आती हैं अपनी इस कमजोरी पर काम करते हैं ।और उस कमजोरी को दूर करते हैं । और फिर उस बॉल पर अच्छे से खेलना शुरू कर देते हैं  । कुछ बल्लेबाज ऐसे होते हैं कि वह अपनी कमजोरी को दूर नहीं कर पाते । मगर फिर भी रन बनाते हैं । इसके पीछे का यह कारण होता है कि वह उन बॉल पर रन नहीं बनाते हैं और उन्हें छोड़ देते हैं । यही आपका जीवन है ।.हमेशा अपनी ताकत पर काम करो ।

अगर आप मैथ में बहुत अच्छे हैं । और आपके नंबर 80 – 85 आते हैं तो आपको इसी एक सब्जेक्ट पर काम करना चाहिए ! क्योंकि अगर आपने इस पर मेहनत की और आपने मेहनत से 15 से 20 नंबर ज्यादा ले लिए तो आपको इस सब्जेक्ट का मास्टर कहां जाने लगेगा ! सब कहेंगे कि यह वह student है जिसने 100 में से 100 या 99 नंबर लिया है ! मगर मान लीजिए कि आप इंग्लिश में बहुत ज्यादा खराब है ! और यहां पर आपको बस 40 से 45 नंबर मिलते हैं और आप मैथ की बजाय इंग्लिश में मेहनत करना शुरू कर देते हैं ! और अपनी इस मेहनत से आपको 15- 20 नंबर मिल भी जाते हैं ! तो आप यहां पर पाओगे की इंग्लिश में आपके नंबर 60 से 65 हो गए हैं !और मैथ में आपके नंबर 80 से 85 हो गए हैं !मगर फिर भी आम है !आम श्रेणी में आएंगे ! क्योंकि दोनों में आपके नंबर एक एवरेज ही आए हैं ! तो जरूरी नहीं है कि आप हर चीज में अच्छे हो ! आप किसी एक चीज में भी अगर अच्छे हैं तो आप कामयाब हो सकते हैं !

5. Why SWOT Analysis is important |  यह क्यों महत्वपूर्ण है

यह है इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है ! क्योंकि हम सबको पता है कि आज का दौर एक कंपटीशन का दौर है ! अगर आप अपने काम में अच्छे नहीं है तो आप कंपटीशन में पीछे रह जाओगे ! किसी भी लाइन की अगर बात की जाए तो वहां पर हर किसी को बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है ! मगर जैसा मैंने कहा कि अगर आपने उस प्रकार के गुण हैं और आप उसके बाद मेहनत करते हैं तो आपकी मेहनत के परिणाम अच्छे आएंगे ! मगर अगर आप में वह गुण नहीं हैं तो आप यह तो कर सकते हैं ! मगर आप इतना ज्यादा अच्छा कार्य वह नहीं कर पाएंगे जितना की इस कंपटीशन के दौर में करने की आवश्यकता है ! और आप कहीं ना कहीं पीछे रह जाएंगे !

मैं फिर से विद्यार्थी जीवन का उदाहरण देता हूं ! कि एक ऐसा समय था जब  70 नंबर ले लेने वाला भी इंटेलिजेंट माना जाता था ! मगर उसके बाद बच्चों ने इतना ज्यादा पढ़ना शुरू कर दिया कि उनमें अब इतना ज्यादा कंपटीशन हो गया है कि 70 नंबर लेने वाला एक सामान्य विद्यार्थी माना जाता है ! मान लिजिये जी की आप अपने करियर में इस प्रकार की लाइन का चुनाव करते हैं कि जिस में पढ़ाई का होना बड़ा महत्वपूर्ण है । लेकिन पढ़ाई में आपका मन नहीं लगता है । और आप ज्यादा अच्छा नहीं कर पाते हैं तो आप उन लोगों से पीछे रह जाओगे जिन लोगों का पढ़ाई में मन लगता है । अतः इन चार चीजों के बारे में अवश्य सोचना चाहिए और इसे बारीकी से समझना चाहिए ।