धिक्‍कार कहानी मुंशी प्रेमचन्द | Dhikkar Story Munshi Premchand | PDF

धिक्कार मुंशी प्रेमचन्द के कहानी संग्रह मानसरोवर भाग 1 की एक कहानी है। Read Dhikkar story by Munshi Premchand online and Download PDF. अनाथ और विधवा मानी के लिये जीवन में अब रोने के सिवा दूसरा अवलंब न था। वह पाँच वर्ष की थी, जब पिता का देहांत हो गया। माता ने किसी तरह उसका … Read more

कायर कहानी मुंशी प्रेमचन्द | Kayar Kahani Munshi Premchand | PDF

कायर कहानी मुंशी प्रेमचन्द के कहानी संग्रह मानसरोवर भाग 1 में है । Read Kayar kahani by Munshi Premchand online and Download free PDF. युवक का नाम केशव था, युवती का प्रेमा। दोनों एक ही कालेज के और एक ही क्लास के विद्यार्थी थे। केशव नये विचारों का युवक था, जात-पाँत के बन्धनों का विरोधी। … Read more

शिकार कहानी मुंशी प्रेमचन्द | Shikar Kahani Munshi Premchand | PDF

शिकार कहानी मुंशी प्रेमचन्द द्वारा लिखित कहानी संग्रह मानसरोवर भाग 1 की एक कहानी है। Read Shikar Kahani by Munshi Premchand online and Download PDF free. फटे वस्त्रों वाली मुनिया ने रानी वसुधा के चाँद से मुखड़े की ओर सम्मान भरी आँखो से देखकर राजकुमार को गोद में उठाते हुए कहा, हम गरीबों का इस … Read more

घासवाली कहानी मुंशी प्रेमचन्द | Ghaswaali Short Story Premchand | PDF

घासवाली कहानी मुंशी प्रेमचन्द द्वारा लिखित कहानी संग्रह मानसरोवर भाग 1 की एक कहानी है। Read Ghaswaali Short Story Premchand online and Download PDF. मुलिया हरी-हरी घास का गट्ठा लेकर आयी, तो उसका गेहुआँ रंग कुछ तमतमाया हुआ था और बड़ी-बड़ी मद-भरी आँखो में शंका समाई हुई थी। महावीर ने उसका तमतमाया हुआ चेहरा देखकर … Read more

गिला कहानी मुंशी प्रेमचन्द । Gila Kahani Mansarovar 1 Premchand । PDF

गिला कहानी मुंशी प्रेमचन्द की कहानी संग्रह मानसरोवर भाग 1 में है । Read Gila Kahani Mansarovar Part 1 By Munshi Premchand and Download PDF. जीवन का बड़ा भाग इसी घर में गुजर गया, पर कभी आराम न नसीब हुआ। मेरे पति संसार की दृष्टि में बड़े सज्जन, बड़े शिष्ट, बड़े उदार, बड़े सौम्य होंगे; … Read more

ईदगाह कहानी मुंशी प्रेमचन्द | Eidgaah Story Munshi Premchand | PDF

पढ़िये मुंशी प्रेमचन्द की प्रसिद्ध कहानी ईदगाह आनलाईन और डाउनलोड कीजिये Free PDF. Read Eidgaah Story by Munshi Premchand online and download PDF. Eidgaah Kahani – Premchand रमजान के पूरे तीस रोजों के बाद ईद आयी है। कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभाव है। वृक्षों पर अजीब हरियाली है, खेतों में कुछ अजीब रौनक है, आसमान … Read more