VIRUS FULL FORM IN HINDI – जानिए क्या है VIRUS, पूरी जानकारी

VIRUS Full Form in Hindi, VIRUS Ka Pura Naam Kya Hai, VIRUS क्या है, VIRUS Ka Full Form Kya Hai, VIRUS का Full Form क्या है,  VIRUS meaning, VIRUS क्या क्या कार्य होता है।आज इन सभी सवालों के जबाब आपको इस Post में दिया जाएगा।

दोस्तों! VIRUS का नाम तो आपने पहले भी सुना ही होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि VIRUS full form in Hindi क्या है? यदि नहीं तो VIRUS के बारे में जानना आपके लिए बेहद लाभदायक हो सकता है क्योंकि यह आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले शब्द हैं। यदि आप अब तक नहीं जानते कि VIRUS full form in Hindi क्या है तो हम आपके लिए इस आर्टिकल में VIRUS full form in Hindi के साथ-साथ इसकी सभी जानकारी लेकर आए हैं, जिसकी मदद से आप इसके बारे में सभी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।

VIRUS full form क्या होता है? इसे जानने के लिए आप इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें क्योंकि यहां हमने VIRUS full information in Hindi के बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई है। VIRUS के अंतर्गत हम निम्नलिखित बातें बताने वाले हैं –

1. VIRUS का फुल फॉर्म क्या है? (VIRUS full form in Hindi)

2. VIRUS क्या है? (What Is VIRUS in Hindi?)

3. VIRUS कितने प्रकार के होते हैं? (What are the types of VIRUS in Hindi?)

4. VIRUS कैसे काम करता है?(How VIRUS works in Hindi?)

5. VIRUS से कैसे बचे? (How to avoid VIRUS in Hindi?)

6. VIRUS की पहचान कैसे करें? (How to identify VIRUS in Hindi?)

7. VIRUS सबसे पहले कब detect किया गया था? (When was the VIRUS first detected in Hindi?)

8. कैसे पता चलता है कि computer system में virus आ गया है?( How to know that a virus has entered the computer system in Hindi?)

VIRUS का फुल फॉर्म क्या है? ( VIRUS full form in Hindi) 

VIRUS full form Vital Information Resources Under Seizeहोता है।

VIRUS क्या है? (What is VIRUS in Hindi?)

कंप्यूटर वायरस को आप एक तरह का प्रोग्राम बोल सकते हो जो आपके कंप्यूटर में आपके बिना अनुमति के काम करता है और कंप्यूटर को नुक्सान पहुंचाता है। वायरस की एक खूबी होती है की यह अपने आप ही बढ़ते चले जाते है और धीरे धीरे आपका पूरा कंप्यूटर इसके चपेट में आ जाता है। यह आपके कंप्यूटर के जरुरी फाइल्स, हार्ड ड्राइव, ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेर को नुक्सान पहुँचा सकता है।कुछ वायरस आपके बिना कुछ किये भी आपके कंप्यूटर में सॉफ्टवेर इनस्टॉल कर देते है। कुछ वायरस आपके डाटा को चुराकर हैकर तक पहुँचाने का भी काम करता है।

VIRUS कितने प्रकार के होते हैं? (What are the types of VIRUS in Hindi?)

कंप्यूटर वायरस के प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं –

• Boot sector viruses

• Program viruses

• Multipartite viruses

• Stealth viruses

• Macro viruses

• Polymorphic viruses

• Active X viruses

• Browser hijacker

• Resident viruses

• File infector viruses

VIRUS कैसे काम करता है? (how virus works in Hindi?)

वायरस एक तरह का कंप्यूटर प्रोग्राम होता है, जो कोडिंग से तैयार किया जाता है, और यह अपने ही Copies बनाने में पूरी तरह सक्षम होते है, और नेटवर्क के माध्यम से यह Copies दुसरे कंप्यूटर पर अटैक करते है। इसी तरह यह फैलते जाते है। हम इसे वायरस इसलिए बोलते है

क्यूंकि इनका काम भी Biological Virus से मिलता जुलता है। जैसे की HIV AIDS, Biological Virus जो होते है वो भी Computer Virus के तरह ही फैलते है। Biological Virus पहले व्यक्ति पर अटैक करते है, फिर अपने Copies तैयार करते है, और बॉडी के Healthy Cells को भी नुक्सान पहुंचाते है, और कोई इनके संपर्क में आता है तो उनको भी चपेट में ले लेते है। Biological Virus और Computer Virus में बस इतना फर्क है, की Computer Virus इंसान द्वारा ही बनाये जाते है, जबकि Biological Virus प्रकृति से उत्पन्न हुए है।

जिस तरह Biological Virus आपके शरीर को नुक्सान पहुंचाता है, ठीक उसी तरह Computer Virus आपके कंप्यूटर को नुक्सान पहुंचाता है। कंप्यूटर वायरस आपके कंप्यूटर में पहुंचकर डाटा चोरी करना, ईमेल स्पैम करना, कीस्ट्रोक रिकॉर्ड करना आदि जैसे काम वायरस के लिए होते है। कुछ वायरस तो इतने खतरनाक होते है की आपके पुरे कंप्यूटर को अपने कण्ट्रोल में कर लेते है।

VIRUS से कैसे बचे? (How to avoid VIRUS in Hindi?)

कभी Crack या Modded Software का इस्तेमाल नही करे हमेशा ऑफिसियल वेबसाइट से ही सॉफ्टवेर डाउनलोड करे।

अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेर को हमेशा अपडेट रखे।

जिस ईमेल की आपको जानकारी न हो उसके अटैचमेंट पर कभी क्लिक न करे।

जो वेबसाइट आपको किसी Porn/Gambling साईट पर Redirect करे उन वेबसाइट को न खोले।

अपने ब्राउज़र में Pop Up ब्लॉकर चालू रखे।

हमेशा स्ट्रोंग पासवर्ड ही इस्तेमाल करे।

अपने जरुरी डाटा का हमेशा बैकअप बना कर रखे।

अपने कंप्यूटर में किसी अच्छे एंटीवायरस का उपयोग करे।

Pen drive के जरिए भी virus का संचार किया जाता है तो जब भी आप किसी pen drive को computer में लगाए। उसको एक बार scan ज़रूर कर ले।

6. VIRUS की पहचान कैसे करें? (How to identify VIRUS in Hindi?)

वायरस का पता लगाने का सबसे मौलिक तरीका आपके कंप्यूटर सिस्टम की कार्यक्षमता की जांच करना है। क्योंकि एक वायरस प्रभावित कंप्यूटर ठीक से कमांड नहीं लेता है।    हालांकि अगर आपके कंप्यूटर सिस्टम में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर है, तो यह वायरस हस्ताक्षर के लिए सिस्टम पर प्रोग्राम और फ़ाइलों को आसानी से जांच सकता है।

7. VIRUS सबसे पहले कब detect किया गया था? (When was the VIRUS first detected in Hindi?)

VIRUS का Full Form तो आप जान गए चलिए इसके बारे मे और भी रोचक तथ्य को जानते है। बात दे कि सन 1971 में Robert Thomas ने सबसे पहले malware code को बनाया था। इस VIRUS का नाम Creeper VIRUS रखा गया था। यह एक experiment था जो कि Thomas ने ARPANET के mainframe को infect करने के लिए किया था। और इस VIRUS से infect होने के बाद screen पर I’M creeper message show करता था।

पूरी history में जिस computer virus को पहली बार detect किया गया, वो था elk cloner, इस elk cloner ने सबसे पहले apple 2 operating system को infect किया था, और वो भी floppy disk की मदद से तथा इस virus को Richard skrenta ने सन 1982 में बनाया था।

8. कैसे पता चलता है कि computer system में virus आ गया है?( How to know that a virus has entered the computer system in Hindi?)

• आपका computer बहुत ही slow work करने लग जाता है।

• कई बार खुद ही कोई software run होने लग जाता है या फिर कुछ भी program install होने लग जाना।

• computer में बार बार pop ups खुलना।

• बिना किसी इस्तेमाल के computer resources का अधिक इस्तेमाल होना।

वायरस से हमारे सिस्टम पर होने वाले प्रभाव :-

वायरस से हमारा सिस्टम किस प्रकार से प्रभावित होता है आइए अब इसके बारे में जानते हैं-

  • एक कंप्यूटर वायरस हमारे डाटा को नष्ट कर देता है जिससे हमें बहुत अधिक नुकसान होता है।
  • कंप्यूटर वायरस हमारे गोपनीय डाटा को बाधित करता है।
  • कंप्यूटर वायरस कंप्यूटर नेटवर्क संसाधनों को भी प्रभावित करता है।
  • कंप्यूटर वायरस कंप्यूटर नेटवर्कों के उपयोग को भी प्रभावित करता है।
  • कंप्यूटर वायरस हमारे कंप्यूटर की सामान्य कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।

वायरस क्या है?

VIRUS एक प्रकार का MALWARE है. जो किसी भी COMPUTER के डाटा को ख़राब कर सकता है या फिर उसमे सेव किसी भी प्रकार की जानकारी को चुरा सकता है.”

दुनिया का सबसे पहला वायरस कौन सा था?

दुनिया का सबसे पहला वायरस क्रीपर था।

दुनिया का सबसे पहला वायरस किसने बनाया?

बसित फारूक अलवी और उनके भाई अमजद फारूक अलवी ने 1986 में पहले आधुनिक कंप्यूटर वायरस को बनाया था.

Conclusion

तो दोस्तों, आपको  के बारे में जानकारी हिंदी में। अच्छी लगी होगी हमे उम्मीद है इस पोस्ट को पढ़ कर आप VIRUS full form In Hindi ( VIRUS मीनिंग इन हिंदी) समझ गए होंगें और अब अगर आपसे कोई पूछेगा कि  VIRUS का मतलब क्या होता है? तो अब आप उसे VIRUS मीनिंग इन हिंदी बता सकेंगे।

अगर आपको हमारा ये  VIRUS Information In Hindi पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी ज़रूर Share कीजिए और अगर आपके पास हमारे लिए कोई सवाल हो, तो उसे Comment में लिख कर हमें बताए।