BDC Full Form in Hindi, BDC Ka Pura Naam Kya Hai, BDC क्या है, BDC Ka Full Form Kya Hai, BDC का Full Form क्या है, BDC कैसे बने, BDC बनने के लिए क्या क्या करना चाहिये, आज इन सभी सवालों के जबाब आपको इस Post में दिया जाएगा।
देश में कई राज्य चुनाव होते है, और हर गांव प्रधान का चुनाव होते हैं। उसी तर BDC भी होते है और उन जिलों के अंतर्गत विभिन्न गाँव आते है | वहीं उन गाँवों में कामो की देख – रेख करने के लिए प्रधान और BDC का चुनाव करवाया जाता है | इसके बाद प्रधान और BDC का चुनाव जीतने वाले व्यक्ति को गाँव का प्रमुख मान लिया जाता है | वहीं BDC को भी गांव की कई जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं,
जिनके मुताबिक उन्हें गाँव के पूरे कामो को करना होता है | यह गांव के लिए एक प्रमुख पद होता है, जिसके लिए हर गाँव में BDC का चुनाव कराया जाता है | इसमें BDC बनने वाले व्यक्ति को बहुत अधिक लाभ भी प्रदान किया जाता है | इसलिए यदि आप भी BDC के विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको BDC का फुल फॉर्म क्या है इसके विषय में पूरी जानकारी दिया जाएगा।
Contents
- 1 BDC Full Form In Hindi
- 1.1 BDC का क्या मतलब होता है ?
- 1.2 बीडीसी (BDC) चुनाव प्रक्रिया (BDC Election Process)
- 1.3 ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल क्या होता है
- 1.4 ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में बीडीसी का योगदान
- 1.5 बीडीसी चुनाव हेतु आवश्यक दस्तावेज
- 1.6 बीडीसी का चुनाव कैसे होता है ।
- 1.7 बीडीसी सदस्य बनने हेतु योग्यता
- 1.8 बीडीसी का वेतन (BDC Salary)
- 2 क्षेत्र पंचायत सदस्य के अधिकार क्या क्या हैं
- 2.1 बीडीसी का कार्यकाल :
- 2.2 Up का BDC जिले का लिस्ट
- 2.3 बीडीसी (BDC) बनने पर फ़ायदे :
- 2.4 BDC Full Form in Hindi FAQ’s
- 2.5 BDC Ka Full Form Kya Hota Hai
- 2.6 BDC chunav kitne sal me hota hai
- 2.7 BDC matgathana kis Ethan par Hota hai
- 2.8 BDC Ka Pura Naam Kya Hota Hai
- 2.9 बीडीसी का हिंदी फुल फ़ॉर्म क्या होता है?
- 2.10 Conclusion
BDC Full Form In Hindi
BDC का फुल फॉर्म Block Development Council (ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल) होता है| इसे हिंदी में प्रखंड विकास समिति कहा जाता हैं| यह समिति पंचायतों के अंतर्गत आनें वाले क्षेत्रों में विकास कार्यों की समीक्षा करती है| BDC FULL FORM IN HINDI
BDC का क्या मतलब होता है ?
BDC को हिंदी में कहे तो गाँव का विकास करना होता है | प्रखंड स्तर पर एक समिति होता है जो पंचायतों के विकास के कार्यों की देख -रेख करने का काम करता है | यह एक सरकारी संस्था है | यह एक ऐसी संस्था है, जो मुख्य रूप से प्रखंड के विकास कार्यों से लेकर पंचायत योजना को क्रियान्वित करने के पूरे कामो को करता है | इसके अलावा एक BDC प्रखंड विकास समिति योजनाओं को लागू करने का काम को देखता है एवं फंड का वितरण का भी BDC के द्वारा ही किया जाता है |
बीडीसी (BDC) चुनाव प्रक्रिया (BDC Election Process)
BDC चुनाव प्रक्रिया बहुत सरल और आसान होती हैं, जो राज्य सरकार के द्वारा आयजित कराया जाता है, इसका चुनाव बैलेट पेपर के माध्यम से कराया जाता है ना कि ebm मशीन के दौरा | इस प्रक्रिया में ग्राम सभा की जनता सीधे रूप से भाग लेती है | इसके लिए एक वार्ड निश्चित होता है, उसी के अंतर्गत आने वाले वोटर्स ही इसमें भाग ले सकते है, एक ग्राम पंचायत में एक से अधिक BDC हो सकते है | इस चुनावी प्रक्रिया में जीतने वाले उम्मीदवार को BDC माना जाता है | BDC Full Form in Hindi
बीडीसी का कार्य –
BDC अपने ब्लॉक स्तर से आये विकास कार्य योजनाओं से अपने गांव में मिट्टी भराई,खडंजा,नाली इत्यादि का कार्य कराते है।
ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल क्या होता है
ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल को हिंदी में प्रखंड विकास समिति कहते हैं। यह प्रखंड स्तर पर एक समिति होता है जो पंचायतों के विकास के कार्यों देख रेख करता है। यह एक सरकारी संस्था है जो प्रखंड के विकास कार्यों से लेकर पंचायत योजना से सम्बंधित सभी कार्यो को देखता है। प्रखंड विकास समिति योजनाओं को लागू करने का काम करता है एवं फंड का वितरण का भी काम करता है।
ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में बीडीसी का योगदान
ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में BDC(क्षेत्र पंचायत सदस्य) की भूमिका महत्वपूर्ण होता है।क्योंकि ब्लॉक प्रमुख का चुनाव में उम्मीदवार के रूप में BDC ही बन सकता है।BDC Full Form in Hindi
साथ ही इनके चयन के लिये हुये मतदान में यही भाग लेते है।यानी कि जनता BDC को चुनती है तथा BDC के बहुमत वोटों के आधार पर ब्लॉक प्रमुख का चयन होता है।
बीडीसी चुनाव हेतु आवश्यक दस्तावेज
आधार कार्ड
वोटर आईडी कार्ड
राशन कार्ड
जाति प्रमाण पत्र
चरित्र प्रमाण पत्र
स्व-प्रमाणित शपथ पत्र
मोबाइल नम्बर
ईमेल आईडी
बैंक पासबुक
बीडीसी का चुनाव कैसे होता है ।
आप में बहुत सारे लोग BDC चुनाव की प्रक्रिया या फिर BDC चुनाव कैसे होता है यह जानना चाहते हैं तो चलिए जानते हैं। BDC सदस्य के चुनाव की बात करे तो इनका चयन चुनाव प्रक्रिया द्वारा होता है। BDC चुनाव प्रक्रिया के अंतर्गत सबसे पहले BDC प्रत्याशी को अपना आवेदन जिला निर्वाचन कार्यालय में जमा करना होता है। इसके बाद कार्यालय द्वारा प्रत्याशी के लिए एक चुना चिन्ह निश्चित कर दिया जाता है। BDC का चुनाव पंचायत के तहत होता है। यानी कि एक गांव में एक BDC होता है।
जिसे गांव के लोगों द्वारा मतदान करके चयन किया जाता है। चुनाव के बाद मतगणना में जिस BDC सदस्य को सबसे अधिक मत प्राप्त होते है, उसे BDC सदस्य घोषित किया जाता है। जिसके बाद ग्राम पंचायत सचिव द्वारा बीडीसी सदस्य को शपथ दिलाई जाती है। BDC Full Form in Hindi
बीडीसी सदस्य बनने हेतु योग्यता
उत्तर प्रदेश में पंचायती चुनाव के लिए किसी भी तरह की शैक्षणिक योग्यता निर्धारित नहीं है, परन्तु चुनाव लड़ने वाले लोगों को उसी गांव का निवासी होना आवश्यक है| हालाँकि इस बार होनें वाले पंचायती चुनव में उत्तर प्रदेश सरकार न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता को अनिवार्य करने पर विचार कर रही है। इसके साथ ही दो बच्चों से अधिक संतान वालों को लडऩे से रोका जा सकता है। हालाँकि अभी तक इसके लिए कोई अधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है| BDC Full Form in Hindi
बीडीसी का वेतन (BDC Salary)
उत्तर प्रदेश में बीडीसी पद के लिए कोई वेतन अभी तक निर्धारित नहीं किया गया है, परन्तु देश के कुछ राज्यों में उसे मानदेय के रूप में वेतन दिया जाता है | जैसे कि मध्य प्रदेश में क्षेत्र पंचायत सदस्यों को मानदेय के रुप में 5000 से 5500 रुपए तक देने का प्रावधान है | इस तरह भारत में किसी राज्य में वेतन दिया जाता है और किसी राज्य में नहीं | BDC Full Form in Hindi
क्षेत्र पंचायत सदस्य के अधिकार क्या क्या हैं
क्षेत्र पंचायत सदस्य बनने के बाद एक सामाजिक प्रतिष्ठा स्थापित होती है क्योकि आप निर्वाचन के माध्यम से क्षेत्र पंचायत सदस्य बनते हैं और एक तरह से आप जन प्रतिनिधि होते है|
- BDC या क्षेत्र पंचायत सदस्य को प्रत्येक वर्ष एक जिला परिषद सदस्य के द्वारा दस लाख रुपये से अधिक के विकास कार्य करवाने का अधिकार प्रदान किया जाता है।
- BDC क्षेत्र पंचायत सदस्य पहले केंद्र से मिलने वाली सहायता से 11 लाख से 16 लाख रुपये अपने क्षेत्रों के विकास कार्यों पर खर्च करने का अधिकार रखते थे।
- 14वें वित्तायोग में जिला परिषदों को 60 फीसद, BDC क्षेत्र पंचायत सदस्य को 25 और पंचायतों को 15 फीसद धनराशि प्रदान की जाती थी।
- 15वें वित्तायोग में जिला परिषदों , 55 फीसदी धनराशि प्रदान की जाती थी। क्षेत्र पंचायत सदस्य या BDC को प्रदान किया जाने वाला बजट 15वें वित्तायोग ने बंद कर दिया था।
- 16वें वित्तायोग में जिला परिषदों को 25 फीसदी , BDC को 35 फीसदी और पंचायतों को 40 फीसदी की धनराशि प्रदान की जाती है।
- इसके बाद 2013 में BDC की वित्तीय शक्तियां बंद कर दी गई थी जैसे- सड़क निर्माण, श्मशानघाट, महिला व युवक मंडल भवन निर्माण, सराय के साथ-साथ डेढ़ दर्जन कार्यों के लिए BDC पैसा दे सकते थे।
बीडीसी का कार्यकाल :
BDC का कार्यकाल 05 वर्ष के लिये होता है जो पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य , जिला पंचायत के साथ ही करवाया जाता हैं। BDC FULL FORM IN HINDI
Up का BDC जिले का लिस्ट
Gorakhpur (गोरखपुर)
Hardoi (हरदोई)
Kushinagar (कुशीनगर)
Hathras (हाथरस)
Deoria (देवरिया)
Jalaun (जालौन)
Mahrajganj (महाराजगंज)
Jaunpur (जौनपुर)
Siddharthnagar (सिद्धार्थनगर)
Jhansi (झाँसी)
Sant Kabir Nagar (संत कबीरनगर)
Kannauj (कन्नौज)
Agra (आगरा)
Kanpur Dehat (कानपुर देहात)
Aligarh (अलीगढ़)
Kanpur Nagar (कानपुर नगर)
Ambedkar Nagar (अम्बेडकर नगर)
Kasganj (कासगंज)
Amethi (अमेठी)
Kaushambi (कौशाम्बी)
Amroha (अमरोहा)
Kheri (खेरी)
Auraiya (औरैया)
Lalitpur (ललितपुर)
Ayodhya (अयोध्या)
Lucknow (लखनऊ)
Azamgarh (आजमगढ़)
Mahoba (महोबा)
Baghpat (बागपत)
Mainpuri (मैनपुरी)
Bahraich (बहराइच)
Mathura (मथुरा)
Ballia (बलिया)
Mau (मऊ)
Balrampur (बलरामपुर)
Meerut (मेरठ)
Banda (बाँदा)
Mirzapur (मिर्ज़ापुर)
Bara Banki (बाराबंकी)
Moradabad (मुरादाबाद)
Bareilly (बरेली)
Muzaffarnagar (मुजफ्फरनगर)
Basti (बस्ती)
Pilibhit (पीलीभीत)
Bijnor (बिजनौर)
Pratapgarh (प्रतापगढ)
Budaun (बदायूँ)
Prayagraj (प्रयागराज)
Bulandshahar (बुलंदशहर)
Rae Bareli (रायबरेली)
Chandauli (चंदौली)
Rampur (रामपुर)
Chitrakoot (चित्रकूट)
Saharanpur (सहारनपुर)
Etah (एटा)
Sambhal (सम्भल)
Etawah (इटावा)
Sant Ravidas Nagar (Bhadohi) (संत रविदास नगर)
Farrukhabad (फ़र्रूख़ाबाद)
Shahjahanpur (शाहजहाँपुर)
Fatehpur (फतेहपुर)
Shamli (शामली)
Firozabad (फ़िरोजाबाद)
Shrawasti (श्रावस्ती)
Gautam Buddha Nagar (गौतमबुद्ध नगर) Sitapur (सीतापुर)
Ghaziabad (गाजियाबाद)
Sonbhadra (सोनभद्र)
Ghazipur (ग़ाज़ीपुर)
Sultanpur (सुल्तानपुर)
Gonda (गोंडा)
Unnao (उन्नाव)
Hamirpur (हमीरपुर)
Varanasi (वाराणसी)
Hapur (हापुड़)
बीडीसी (BDC) बनने पर फ़ायदे :
BDC चुने जानें पर जहां एक तरफ जनप्रतिनिधी के रूप लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिला कर सेवा का मौका मिलता है।
वही दूसरी ओर चयनित BDC द्वारा ब्लॉक प्रमुख चुनाव में अपना बहुमूल्य मत देने को लेकर मोटी रकम लेने का मामला सामने आता है।
BDC Full Form in Hindi FAQ’s
BDC Ka Full Form Kya Hota Hai
BDC का फुल फॉर्म Block Development Council (ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल) होता है|
बीडीसी चुनाव 5 साल में एक बार ही होता है।
BDC matgathana kis Ethan par Hota hai
बीडीसी मतणना जिले में किसी प्रसिद्ध स्थान पर होता है।
BDC Ka Pura Naam Kya Hota Hai
बीडीसी का पूरा नाम ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल होता है|
बीडीसी का हिंदी फुल फ़ॉर्म क्या होता है?
ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल
Conclusion
तो दोस्तों, आपको के बारे में जानकारी हिंदी में। अच्छी लगी होगी हमे उम्मीद है इस पोस्ट को पढ़ कर आप BDC full form In Hindi ( BDC मीनिंग इन हिंदी) समझ गए होंगें और अब अगर आपसे कोई पूछेगा कि BDC का मतलब क्या होता है? तो अब आप उसे BDC मीनिंग इन हिंदी बता सकेंगे।
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