You can read this book by downloading Chanakya Niti PDF in Hindi and English, this book is written by the great Maharishi Chanakya Chanakya is a famous economist of Indian history as well as a famous administrator Maharishi Chanakya Ancient Indian History He is also known as Vishnugupta or Kautilya or Angal or Vatsayana if you want to read his book so as to take the teachings given by him. If possible, you can definitely download and read this book.
Maharishi Chanakya is mainly the guru of Taxila, who used to give his education in Taxila, if we want to know more about Chanakya, Chanakya was also born in Taxila in 350 BC and he died around 283 BC Maharishi Chanakya has done very pioneering work in the field of political science and economics of India and Chanakya, the father of Maharishi Chanakya, who was a great teacher.
Contents
Chanakya Niti Book PDF Download
Maharishi Chanakya’s father Chanak used to work for Maharaja Dhananand and Maharaja Dhananand was a corrupt leader and one day after seeing everything he got Chanak killed and he fled from Magadha to Taxila and completed his studies there 1 day Chanakya Magar He returned and challenged Dhanananda to remove him from the throne and prepared one of his brilliant students known as Chandragupta Maurya to make him the king of Magadha. The main objective of Chanakya Niti was to impart knowledge on various aspects of life.
Which he used to prepare different aspects of Chandragupta Maurya’s life, Chanakya’s journey of life is very inspirational as well as full of struggle and hard work In political circles one can know that how Chanakya Niti helps to bring various powerful political principles of the book into the life of human beings in a simple way along with benefit for the readers. which was in today’s time Equally useful book in modern era
Chanakya Niti Pdf Book Description
- Book Name – Chanakya Niti Book PDF
- Format – PDF Download
- Size – 95 MB
- Page- 352 Pages
- Subject – Chanakya Niti
- Language – English and Hindi
Chankya Niti Book PDF Download In Hindi : सम्पूर्ण चाणक्य नीति
The entire Chanakya policy book contains Chanakya Sutra and Chanakya’s life story. This book is published in Hindi and other languages, which has sold more than 500000 copies till now. You will be able to know about Chanakya by reading this book as he is Chanakya Being the son of Chanakya, his tricks were not caught by the sessions, Chanakya was crooked, so he was named Kautilya by the people, he was as hard as he was in appearance, he was also kind, his important contribution to building a united India.
संपूर्ण चाणक्य नीति पुस्तक में चाणक्य सूत्र और चाणक्य की जीवन गाथा है यह पुस्तक हिंदी तथा अन्य भाषाओं में प्रकाशित है जो अब तक में लगभग 500000 से भी अधिक प्रतियां बिक चुकी है आप इस पुस्तक को पढ़कर चाणक्य के बारे में जान सकेंगे जैसे कि वह चाणक्य का पुत्र होते हुए चाणक्य के नाम से जाना गया उसकी चाल सत्रों की पकड़ में नहीं आती थी चाणक्य की कुटिल थे इसलिए उन्हें लोगों ने कौटिल्य नाम दिया था वह दिखने में जितना कठोर थे उतना ही सहृदय भी थे उनका महत्वपूर्ण योगदान अखंड भारत का निर्माण करना था
चाणक्य नीति पीडीएफ हिंदी और अंग्रेजी मैं डाउनलोड कर आप पढ़ सकते हैं यह पुस्तक महान महर्षि चाणक्य के द्वारा लिखा गया पुस्तक है चाणक्य भारतीय इतिहास के एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री के साथ-साथ एक प्रसिद्ध एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में भी जाने जाते हैं महर्षि चाणक्य प्राचीन भारतीय इतिहास के शिक्षक तथा दार्शनिक तथा अर्थशास्त्री तथा न्याय वादी और शाही सलाहकार के रूप में देखे जाते हैं उन्हें विष्णुगुप्त या कौटिल्य या अंगल या वात्सायन के रूप में भी जाना जाता है अगर आप उनकी पुस्तक को पढ़ना चाहते हैं ताकि उनकी द्वारा दिए गए शिक्षा को ग्रहण कर सके तो निश्चित रूप से आप इस पुस्तक को डाउनलोड कर पढ़ सकते हैं
महर्षि चाणक्य प्रमुख रूप से तक्षशिला के गुरु हैं जो अपना शिक्षा तक्षशिला में देते थे अगर हम चाणक्य के बारे में और अधिक जाना चाहे तो चाणक्य का जन्म भी तक्षशिला में 350 ईसवी पूर्व में हुआ था तथा उनकी मृत्यु 283 इसवी पूर्व के आसपास हुई थी महर्षि चाणक्य भारत के राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में बहुत ही अग्रणी काम किए हैं तथा महर्षि चाणक्य के पिता चाणक्य जो एक महान शिक्षक ही थे
महर्षि चाणक्य के पिता चानक महाराजा धनानंद के लिए काम करते थे और महाराजा धनानंद एक भ्रष्ट नेता थे और एक दिन उनके सब कुछ देख कर चाणक की हत्या करवा दी थी और वह मगध से तक्षशिला भाग गया और वहां अपनी पढ़ाई पूरी की 1 दिन चाणक्य मगर लौट आए और उन्होंने धनानंद को सिंहासन से हटाने के लिए चुनौती दी और अपने एक प्रतिभाशाली छात्र जो चंद्रगुप्त मौर्य के नाम से जाने गए को मगध का राजा बनाने के लिए पूरे तरीके से तैयार किया चाणक्य नीति का प्रमुख उद्देश्य जीवन के विभिन्न पहलुओं पर ज्ञान देना था जिसका उपयोग उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य के जीवन के अलग-अलग पहलुओं को तैयार करने में किए थे जनक के जीवन का सफर बहुत ही प्रेरणादायक होने के साथ-साथ संघर्षपूर्ण और मेहनत से भी भरा होता है चाणक्य नीति पुस्तक को पढ़कर व्यक्ति अपने व्यक्तित्व और सामाजिक जीवन में राजनीतिक में पहलवान सकता है कि किस प्रकार से चाणक्य नीति पुस्तक के विभिन्न शक्तिशाली राजनीतिक सिद्धांतों को पाठकों के लिए लाभ के साथ-साथ सरल तरीके से मनुष्य के जीवन में उतारने में मदद करता है यह पुस्तक राज्य प्रशासन करने के लिए उपयोगी बनाया गया था जो आज के समय में आधुनिक युग में भी उतना ही उपयोगी पुस्तक है